जयपुर। राजस्थान में लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी के ओर से पहली लिस्ट जारी की जा चुकी है। इसके बाद से ही कांग्रेस के उम्मीदवारों की लिस्ट का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। इसको लेकर कांग्रेस की ष्टश्वष्ट की बैठक में फैसला होगा। उम्मीद जताई जा रही है कि कांग्रेस अपनी पहली सूची में राजस्थान की करीब 15 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है। इसमें जालौर-सिराही, झुंझुनूं, कोटा, उदयपुर, भीलवाड़ा, सीकर, अलवर, बारां-झालावाड़, बाड़मेर-जैसलमेर, दौसा, श्रीगंगानगर, डूंगरपुर, राजसमंद, भरतपुर, टोंक जोधपुर और अजमेर सीट के उम्मीदवारों की घोषणा होने के कयास हैं। ऐसे में हम आपको कांग्रेस के 10 संभावित प्रत्याशियों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें राजस्थान की पहली लिस्ट में कांग्रेस प्रत्याशी बना सकती है। आइए जाते हैं किसे कहां से टिकट मिल सकता है…
मानवेंद्र सिंह जसोलः बीजेपी ने जोधपुर से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को उतारा है। इसके जवाब में कांग्रेस पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह जसोल को उतारने की तैयारी कर रही है।दरअसल कांग्रेस का मानना है कि अगर गजेंद्र शेखावत को हराना तो किसी राजपूत चेहरे को यहां से टिकट दिया जाए। इस सीट पर राजपूत वोटर्स भी प्रभावी है। ऐसे में मानवेंद्र सिंह का दावा मजबूत है।
अशोक चांदनाः हिंडोली के विधायक और पूर्व मंत्री अशोक चांदना का नाम कोटा बूंदी लोकसभा सीट के लिए काफी सुर्खियों में हैं। इनका नाम लगभग तय माना जा रहा है। चांदना गहलोत सरकार में खेल मंत्री रह चुके हैं।
धीरज गुर्जरः दो बार लगातार विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी धीरज गुर्जर का नाम लोकसभा चुनाव को लेकर सुर्खियों में है। माना जा रहा है कि उन्हें भीलवाड़ा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाया जा सकता है। धीरज गुर्जर गहलोत सरकार में बीज निगम के अध्यक्ष रह चुके हैं।
प्रमोद जैन (भाया)ः राजस्थान के पूर्व मंत्री प्रमोद जैन के बारां झालावाड़ लोकसभा सीट से चुनाव लडऩे की काफी चर्चा है। उनका भी टिकट लगभग तय माना जा रहा है। वह गहलोत सरकार में खान मंत्री रह चुके हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस प्रमोद जैन को टिकट दे सकती है।
सचिन पायलटः राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और टोंक विधायक सचिन पायलट को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है। कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी उन्हें टोंक सवाई माधोपुर लोकसभा सीट से उतार सकती है। इसके अलावा देवली उनियारा विधायक हरीशचंद्र मीणा का भी नाम चर्चा में है।
मुरारी लाल मीणाः दौसा लोकसभा सीट को लेकर पूर्व मंत्री मुरारी लाल मीणा का नाम काफी चर्चा में है। इसके अलावा कमल मीणा का नाम भी चर्चा में है। माना जा रहा है कि दोनों में से किसी एक को उम्मीदवार बनाए जा सकता है।
हेमाराम चौधरीः जैसलमेर बाड़मेर लोकसभा सीट के लिए गहलोत सरकार में मंत्री रह चुके हेमाराम चौधरी का नाम भी काफी सुर्खियों में है। हालांकि उन्होंने विधानसभा चुनाव में लडऩे के लिए इनकार कर दिया था। इसी तरह प्रभा चौधरी का नाम भी इस सीट से चल रहा है।
विकास बामनियाः डूंगरपुर बांसवाड़ा से डॉक्टर विकास बामनिया का टिकट लगभग तय माना जा रहा है। बामनिया जिला कांग्रेस कमेटी के उपजिला प्रमुख के पद पर है। उनका नाम भी लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा में है।
गोविंद राम मेघवालः पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल को भी कांग्रेस बीकानेर लोक सभा सीट से उतार सकती है। चर्चा है कि उनका भी टिकट मिलना लगभग तय है। इसके अलावा मोडाराम मेघवाल का नाम भी आगे चल रहा है। लेकिन पार्टी गोविन्दराम को मजबूत दावेदार मान रही है।
महादेव सिंह खंडेलाः सीकर लोकसभा को लेकर 2011 और 2012 में केंद्रीय मंत्री रह चुके महादेव सिंह खंडेला का नाम भी चर्चा में चल रहा है। इसके अलावा सीताराम लांबा के नाम को लेकर भी सियासी चर्चा है। कांग्रेस इन दोनों में से किसी को टिकट दे सकती है। हालांकि महादेव सिंह का दावा मजबूत बताया जा रहा है।
गहलोत-पायलट पर टिकी निगाहें
इस चुनाव में कांग्रेस अपनी रणनीति में बदलाव कर दिग्गज नेताओं को चुनावी मैदान में उतार सकती है। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट का नाम इस वक्त चर्चाओं में है। ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है, क्योंकि 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को राजस्थान में करारी हार का मुंह देखना पड़ा था, लेकिन अभी तक ना तो गहलोत और ना ही पायलट ने चुनाव लड़ने पर अपनी हामी जताई है। इसलिए भी कांग्रेस आलाकमान सूची जारी करने में देरी कर रही है। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि 10 साल का सूखा खत्म करने के लिए कांग्रेस के पास अभी तक इन नेताओं का कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा है। जोधपुर लोकसभा सीट से अगर गहलोत चुनावी मैदान में उतरते हैं, तो वे भाजपा के गजेंद्र सिंह शेखावत को कड़ी टक्कर दे सकते हैं। वहीं टोंक-सवाई माधोपुर सीट पर सचिन पायलट को तगड़ा दावेदार माना जा रहा है।