तहलका न्यूज,बीकानेर। जिले के चार थाना इलाकों में बोलेरो में सवार दो हिस्ट्रीशीटर सहित चार बदमाशों ने ऐसी दहशत फैलाई कि पुलिस को करीब बारह घंटे भागमभाग करनी पड़ी। इन चारों बदमाशों ने हाइवे पर बने होटल-रेस्टोरेंट में न केवल फायरिंग और जमकर तोडफ़ोड़ की। बल्कि वहां मौजूद लोगों पर लाठी-सरियों से जानलेवा हमला किया और धमकी दी। वारदात के बाद पुलिस की 10 टीमें बदमाशों के पीछे लगीं। करीब 12 घंटे बाद चारों बदमाशों को पकड़ लिया जिनसे हथियार बरामद किए गए हैं।नापासर के हिस्ट्रीशीटर गुसा ंईसर छोटा निवासी रामस्वरूप निंबडिय़ा,विजयपाल जाट, और सीताराम निंबडिय़ा व श्रीडूंगरगढ़ निवासी कालू भार्गव डीडवाना गए थे। वहां से नई बोलेरो गाड़ी लेकर आए जो कालू के नाम थी। मंगलवार की देर रात को करीब 3.30 बजे इन बदमाशों की शोभासर-बीछवाल टोल नाके पर काम करने वालों से बोलचाल हो गई। बदमाशों ने वहां मारपीट-तोडफ़ोड़ की। वहां से ये खारा पहुंचे और ट्रांसपोर्टर मनोज से मारपीट कर छीना झपटी की। उसके बाद जयपुर बाइपास पहुंच गए और वहां गणगौर होटल पर काम करने वाले चन्द्रप्रकाश बिश्नोई पर लोहे के पाइप से हमला किया। चारों बदमाश बोलेरो लेकर एनएच 11 पर सेरूणा की रोही में वीर तेजा होटल गए और वहां जमकर उत्पात मचाया। खिड़की-दरवाजों के शीशे, कुर्सियां तोड़ दी। वहां मौजूद कर्मियों को धमकाया और मारपीट करने लगे तो वे जान बचाकर भागे। इस दौरान होटल संचालक रामनिवास गोदारा बाहर आया तो बदमाशों ने उस पर फायरिंग की और वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। जानकारी मिलने पर एसपी तेजस्विनी गौतम मौके पर पहुंची और जानकारी ली।
एएसपी ग्रामीण प्यारेलाल शिवरान के सुपरविजन में पुलिस की 10 टीमें बनाई और बदमाशों की तलाश शुरू की। बुधवार को सायंकाल करीब 4 बजे चारों बदमाशों को जामसर इलाके में पकड़ लिया गया। अभियुक्तों की तलाशी ली तो उनके पास एक पिस्टल, देशी कट्टा और कारतूस बरामद हुए। पुलिस ने हथियार और बोलेरो जब्त कर ली है। चारों अभियुक्तों को आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार कर लिया है। गुरुवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। आदतन अपराधी रामस्वरूप के खिलाफ 16 और विजयपाल पर 8 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस को पता चला है कि बदमाशों ने हाइवे पर एक-दो अन्य जगहों पर भी वारदात की है जिसकी तस्दीक की जा रही है। सेरूणा, नापासर, बीछवाल और जामसर थानों में अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
पुरानी अनबन के कारण की वारदातें :
बदमाशों ने पुरानी अनबन के कारण वारदातों को अंजाम दिया। टोल नाकों पर उनकी गाडिय़ों से टोल वसूला जाता था जिससे वे खफा थे। इसके अलावा हाइवे पर होटल-रेस्टोरे ंट में पूर्व में खाना-खाने के दौरान रुपयों के लेनदेन व अन्य कारणों से बोलचाल हो चुकी थी। इसके अलावा ट्रांसपोर्टर मनोज से कालू की अनबन थी। नई गाड़ी लाने पर नशे की हालत में बदमाशों में ने हिसाब चुक ता करने की ठानी और वारदातों को अंजाम दिया।
ऐसे आए पकड़ में
डीडवाना में नई बोलेरो गाड़ी लेने गए बदमाशों में उपनी गांव निवासी रामनिवास भी शामिल था। वहां से वापस बीकानेर लौटे तो रामनिवास को पता चला कि उसकी माता पीबीएम अस्पताल में भर्ती है और हालत गंभीर है। वे अस्पताल पहुंचे जहां रामनिवास रुक गया और चारों बदमाश वहां से रवाना हो गए। उसके बाद लगातार वारदातों को अंजाम दिया। पुलिस बदमाशों की खोजबीन में जुटी तो सामने आया कि उपनी गांव का रामनिवास भी इनके साथ था। उससे पूछताछ की गई तो डीडवाना से नई गाड़ी लाने और बदमाशों के नामों का खुलासा हो गया। सीओ सदर आईपीएस रमेश, सीओ गंगाशहर शालिनी बजाज, सीओ लूणकरणसर नरेन्द्र पूनिया, एसएचओ जामसर, सेरूणा, नापासर, बीछवाल, डीएसटी ने सीसीटीवी फुटेज और अन्य सुराग जुटाकर बदमाशों का पीछा किया और खोजबीन शुरू की। जामसर थाने के हेड कांस्टेबल विनोद कुमार को सूचना मिली कि बदमाश बम्बलू में हो सकते हैं। एसएचओ रवि मीणा के साथ पुलिस की टीम वहां पहुंची और पुलिस टीम ने उन्हें गिरफ्त में लिया।
फौजी पर हमले का आरोपी भी है रामस्वरूप
बताया जा रहा है कि इनमें से एक रामस्वरूप निबंडिया 2 मई को मुक्ता प्रसाद थाना इलाके में जमीनी विवाद में फौजी पर हमले का आरोपी भी है। जो कई दिनों से फरार चल रहा था। आखिरकार वह पुलिस की पकड़ में आ ही गया। पर सवाल यह उठ रहा है कि आखिर ये बीस दिनों से कहा था। जिसे पुलिस ढूंढ नहीं पा रही थी।