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चार साल से अटकी पड़ी है फाइलें
क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जलदाय विभाग में कनेक्शन के लिये चार साल से आवेदन कर रखा है। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लगता है सता बदली है सिस्टम नहीं। क्षेत्र के ताराचंद का कहना है कि अनेक बार स्थानीय विधायक व क्षेत्र के अन्य जनप्रतिनिधियों को गुहार लगा चुके है। परन्तु वे इस समस्या का समाधान करने की बजाय केवल आश्वासन ही दे रहे है। मंजर यह है कि जिला कलक्टर को भी इस प्रकरण को बारे में अवगत करवाने के बाद भी क्षेत्र में न तो पाइपलाइन डाली गई है और न ही डाली गई पाइपलाइन से जलापूर्ति की जा रही है। जिससे यहां के लोग पीने के पानी के लिये भी मोहताज है। ताराचंद कहते है कि सरकार के दावों पर पानी फिर रहा है।
हर सोमवार होती है विभागीय समीक्षा,अधिकारी कर रहे गुमराह
हालात यह है कि प्रत्येक सोमवार को जिला कलक्टर सभी विभागों के अधिकारियों की समीक्षा करती है। लेकिन उनके सामने तो आंकड़े और तथ्य पेश किये जाते है। ऐसा लगता है कि वे महज गुमराह करने वाले होते है। अधिकारी बैठक की खानापूर्ति करने के लिये उच्चाधिकारियों को छिपाएं तथ्य पेश करते है। अगर धरातलीय स्थिति देखी जाएं तो ऐसे प्रकरण अनेक क्षेत्रों में देखने को मिल जाएंगे।


 
                                                         
                                                         
                                                         
                                                         
                                                        