तहलका न्यूज,बीकानेर। राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) राज्य कमेटी की बैठक में प्रस्तुत निर्णय अनुसार बीकानेर जिले के समस्त शिक्षक एक जुलाई 2024 से विद्यालयों में एन्ड्रॉयड फोन का इस्तेमाल नहीं करेंगे। जिससे शिक्षा मंत्री के स्कूलों में फ़ोन न रखने के निर्देशों की पालना भी करेंगे और गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति का मार्ग भी आसान करेंगे।राजस्थान शिक्षक संघ( शे) राज्य कमेटी की जयपुर स्थित शिक्षक भवन में संगठन के प्रदेशाध्यक्ष महावीर सिहाग की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय किया गया है कि एक जुलाई 2024 से शिक्षक स्कूलों में एण्ड्रॉयड फ़ोन का इस्तेमाल नहीं करेंगे। शिक्षा मंत्री के स्कूलों में फ़ोन न रखने के निर्देशों की पालना भी करेंगे और गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्ति का मार्ग भी आसान करेंगे।बैठक में सदस्यता अभियान को जल्दी पूर्ण करने के लिए एक कार्ययोजना बनाई गई।प्रवेश की आयु 6 साल किए जाने पर प्रदेश की सरकारी स्कूलों में इस वर्ष पहली कक्षा संचालित नहीं होने पर चिंता व्यक्त करते हुए प्रवेश की आयु 5 वर्ष कर राज्य सरकार से इस मुद्दे को निस्तारित करने की माँग की गई।बढ़ती गर्मी और पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण के बड़े अभियान का आगाज किये जाने की आवश्यकता के मद्देनजर संगठन इस सत्र में संगठन 20लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य तय कर उसको मूर्त रूप देने का काम करेगा। और हर पेड़ को अपने परिवार का सदस्य मानते हुए उसकी देखभाल करेगा।साथ ही जि़लों में एक बीड या जोहड को तय कर उसमें भगतसिंह की स्मृति में वन लगायेंगे।बैठक में स्थाई स्थानांतरण नीति बनाकर थर्ड ग्रेड सहित सभी सँवर्गों के स्थानांतरण करने,चार सत्र की बकाया ष्ठक्कष्ट अविलम्ब पूर्ण करने,शिक्षकों के समस्त रिक्त पदों को भरने सहित कई मुद्दों को लेकर संघर्ष की रणनीति बनाकर व्यापक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। जिलाध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह भाटी ने कहा कि राजस्थान शिक्षक संघ (शे) सार्वजनिक शिक्षा की सुरक्षा एवं शिक्षक-शिक्षार्थी हितों के मजबूत पैरोकार होने के नाते संगठन की और से सम्पूर्ण राजस्थान के शिक्षकों से इस मुहिम से जुडऩे की अपील करता है।जिलामंत्री महेन्द्रपाल भंवरिया ने बताया कि जिले के समस्त शिक्षक राज्य कमेटी में लिए गए प्रस्तावों के क्रम में एक जुलाई से विद्यालय समय में एन्ड्रॉयड मोबाईल का परित्याग, वृक्षारोपण एवं पर्यावरण संरक्षण, स्थानान्तरण नीति, पदोन्नति, नामांकन वृद्धि आदि मुद्दों को लेकर प्रत्येक विद्यालय से सम्पर्क कर इस अभियान को सफल किया जाएगा साथ ही बीकानेर जिले में कार्यरत शिक्षकों से अपील की जाती है कि इस अभियान में शत प्रतिशत रुप से जुड़कर सार्वजनिक शिक्षा को बचाने में अपना योगदान दे।इस अवसर पर प्रदेश उपसभाध्यक्ष रेवन्तराम गोदारा, वरिष्ठ शिक्षक नेता शिवशंकर गोदारा, प्रान्तीय कार्यकारिणी सदस्य बालाराम मेघवाल,पूर्व जिलाध्यक्ष भंवरलाल पोटलिया,पूर्व जिलामंत्री भंवर सांगवां,बीकानेर देहात अध्यक्ष गणेश चौधरी,राजेश तर्ड,बीकानेर देहात मंत्री सोहनलाल कुकणा सहित अनेक शिक्षकों ने इस अभियान के माध्यम से जनजागृति उत्पन्न करने का संकल्प लिया।