तहलका न्यूज,बीकानेर। गौरक्ष सेवा समिति के बैनर तले गुरूपूर्णिमा के उपलक्ष में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन गौरक्ष धोरा भीनासर में किया जाएगा। 14 से 21 जुलाई तक होने वाली यह इस कथा का वाचन राकेश भाई पारीक के श्रीमुख से किया जाएगा। पत्रकारों को जानकारी देते हुए योगी रामनाथ जी महाराज ने बताया कि 14 जुलाई को गुरूपूर्णिमा पूजन,हवन के बाद भागवत कथा शुरू होगी। कथा श्रवण के लिये दस जगहों से बसों की व्यवस्था की गई है। सुबह साढ़े दस बजे से शाम पांच बजे तक होने वाली इस कथा में अनेक प्रसंगों का व्याख्यान राकेश भाई पारीक की ओर से किया जाएगा। इस मौके पर योगी रामनाथजी महाराज, कथा वाचक राकेश भाई पारीक, योगी राजूनाथजी महाराज कोठारी कोलायत, प्रवीण भाटी, रामलाल लखेसर, भंवरलाल पंचारिया, कमल प्रजापत आदि ने पोस्टर का विमोचन किया।

यहां से जाएंगी बसें
महाराज श्री ने बताया कि सुबह 9 बजे से बसों का संचालन होगा। किलचू,सुरधना चौहानान,सुरधना पडि़हारान,गीगासर,आम्बासर,उदयरामसर से नख्त बन्ना,कानासर,छोटी ढाणी,बड़ी ढाणी,सब्जी मंडी,हनुमान मंदिर,नयाशहर थाना,नत्थूसर गेट,जनता प्याऊ ,श्रीरामसर,सुजानदेसर,सागर,शिव मंदिर शिवबाड़ी,नागणेची मंदिर,इण्डस्ट्रील एरिया,पेट्रोल पंप,हंसा गेस्ट हाउस,सिंजगुरू,सुरपुरा,रासीसर,देशनोक,पलाना,भीनासर बस स्टेण्ड,कुम्हारों की धर्मशाला लालगढ़,सर्वोदय बस्ती,कोठारी अस्पताल,जस्सूसर गेट,नत्थूसर गेट भोलासर,अक्कासर,मेघासर,कोलासर,बच्छासर,करमीसर,खारी,गजनेर,नाल,करमीसर,श्रीरामसर,सुजानदेसर,नख्त बन्ना धाम,गोपेश्वर बस्ती,तोलियासर भैरूजी,चोपड़ा बाड़ी ,बंगलानगर,डूडी पेट्रोल पंप के पास,चौधरी कॉलोनी,तेजाजी मंदिर,शिवा बस्ती,किश्मीदेसर से भीनासर होती हुई धाम पहुंचेगी।

बचपन में ही नखत बन्ना की शरण में आ गए थे योगी रामनाथजी
गौरक्ष धोरा श्री नखत बन्ना मंदिर से जुड़े प्रवीण भाटी ने बताया कि योगी रामनाथजी महाराज को बचपन में ही श्री नखत बन्ना की कृपा से जीवनदान मिला था। इसी वजह से घर-संसार त्याग कर वे प्रभु भक्ति में लीन हो गए। ब्रह्मचर्य के साथ ही जोधपुर के स्वाप स्थित नाथ सम्प्रदाय के ब्रह्मलीन संत मनफूलनाथजी महाराज से दीक्षा लेकर तप-ध्यान के मार्ग पर चले। 35 वर्ष पूर्व गौरक्ष धोरा पर श्री नखत बन्ना के मंदिर का निर्माण करवाया और आज हजारों भक्त धोरे के अनुयायी हैं। प्रवीण भाटी ने बताया कि धोरे पर हर महीने की चाँदनी पंचमी को जागरण का आयोजन किया जाता है। गौसेवा के साथ ही पर्यावरण व हर धार्मिक आयोजन में योगी रामनाथजी महाराज व मंदिर समिति की सक्रिय सहभागिता रहती है।