जयनारायण बिस्सा
तहलका न्यूज,बीकानेर। एक ओर तो सरकार बजट घोषणाओं को अमलीजामा पहनाने के लिये एड़ी चोटी का जोर लगा रही है और प्रभारी मंत्रियों व सचिवों को जिला स्तर पर भेजकर अधिकारियों पर बजट क्रियान्वयन के लिये बैठकें कर रही है। लेकिन स ंभाग के सबसे बड़े पीबीएम हॉस्पिटल में दवाओं की खरीद करोड़ों के टेण्डर की ओर ध्यान ही नहीं दे रही है। बताया जा रहा है कि पिछले ढाई माह से अपील में मामला अटका पड़ा है। विश्वस्त सूत्र बताते है कि अपील के बहाने स्थानीय नेताओं की खींचतान निविदा के अटकाने का मुख्य कारण है। ये नेता अपने चेहते को पचास करोड़ की दवा खरीद का टेण्डर दिलाने की फिराक में है। इसे लेकर प्रिंसिपल के समक्ष अपील तो पेंडिंग है ही एक कंपनी को लेकर संभागीय आयुक्त से शिकायत की गई है। पीबीएम में मरीजों के लिए इमरजेंसी में दवाओं की खरीद रेट काट्रेक्ट पर की जाती रही है। इसके लिए हर दो साल में टेंडर जारी होते हैं। इस बार पहले विधानसभा चुनाव,फिर लोकसभा चुनाव के चलते टेंडर नहीं हो पाए। और अब पिछले ढाई महिने से अपील के नाम पर दवा खरीद का टेण्डर भोलाराम के जीव की तरह फाइलों में ही अटका पड़ा है। प्रशासन सीमित खरीद पर ऊंची दरों पर दवाएं खरीदने को मजबूर है। दरअसल इन टेंडरों को लेकर विवाद बढ़ गया है। प्रिंसिपल के समक्ष अब तक दो अपील दाखिल हो चुकी है। दूसरी की सुनवाई अब तक नहीं हो पाई। उधर एडवोकेट दिलीप चौधरी ने एक कंपनी के ब्लैक लिस्टेड होने की आशंका जाहिर करते हुए संभागीय आयुक्त, मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल और पीबीएम अधीक्षक से शिकायत की है। उन्होंने कंपनी के डॉ क्यूमेंट पेश कर जांच कराने की मांग की है। ऐसे हालात में दवाओं की खरीद प्रक्रिया एक बार फिर अटक गई है।
नेताओं के लिये अखाड़ा बना पीबीएम
हालात यह है कि पीबीएम अस्पताल में राजनेताओं की दखल अंदाजी बढऩे के साथ ही इस प्रकार की समस्याएं ज्यादा आने लगी है। बताया जा रहा है कि दवा खरीद निविदा,मेडिकल रिलीफ सोसायटी सदस्यों का मनोनयन,सुरक्षा व्यवस्था,साइकिल स्टेण्ड ठेका,सफाई ठेका,कपड़े सफाई ठेका जैसे निविदाओं में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष नेताओं के चेहतों का हस्तक्षेप होता है। इन ठेकों को लेने के लिये नेता व उनके परिजन लग जाते है और व्यवस्थाओं को प्रभावित करते नजर आते है। दवा खरीद निविदा भी उसी की भेंट चढ़ा हुआ है। इसको लेकर जब तहलका रिपोर्टर ने पीबीएम अधीक्षक व मेडिकल कॉलेज प्राचार्य से बातचीत की तो उन्होंने अपील को मुख्य कारण बताते हुए टालमटोल करना शुरू कर दिया।