




तहलका न्यूज,बीकानेर। खारा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित पीओपी की फैक्ट्री में रविवार सुबह युवक की पीट-पीटकर हत्या मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने तथा चार सूत्री मांगों को पूरा करने को लेकर क्षत्रिय समाज व सर्व समाज के लोगों ने पीबीएम की मोर्चरी के आगे धरना लगाया। दोपहर तीन बजे तक मांगे पूरी नहीं होने पर म्यूजियम चौराहे पर जाम लगाकर टायर फूंके। प्रदर्शनकारियों में रोष था कि पुलिस की लापरवाही के चलते हत्या के आरोपी फरार है। इतना ही नहीं आरोप यह भी है कि जामसर थानाधिकारी के संरक्षण में सबूतों को नष्ट करने का काम किया गया। विरोध स्वरूप सोमवार को भी शव नहीं उठाया गया। पीबीएम हॉस्पिटल की मॉच्यूरी के बाहर सोमवार सुबह परिजनों और ग्रामीणों के साथ भाजपा-कांग्रेस के नेता धरने पर बैठे।मामले के अनुसार कालासर निवासी नरेंद्र सिंह (32) पुत्र गिरधारी सिंह का शव रविवार को फैक्ट्री में मिला था। एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया- फैक्ट्री के अंदर रहने वालों और नरेंद्र सिंह के बीच विवाद हुआ था। एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। प्राथमिक पूछताछ में मोबाइल चुराने की बात सामने आ रही है। जामसर थानाधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया गया। अब परिजन निलंबन की मांग पर अड़े है।
दो दिन से चल रहा मामला
फैक्ट्री में रविवार सुबह 10 बजे शव मिलने के बाद से मामला शांत नहीं हुआ है। पहले दिन रविवार को ग्रामीणों ने मौके से शव नहीं उठाया। आरोप लगाया कि युवक की हत्या कर आरोपी भाग गए और और पुलिस पकड़ नहीं पा रही है। ऐसे में आरोपियों के गिरफ्तार होने के बाद ही शव को उठाया जाएगा। देर शाम आश्वासन के बाद शव को पीबीएम हॉस्पिटल ले जाया गया।
पोस्टमार्टम के बाद आज सुबह फिर दिया धरना
पीबीएम हॉस्पिटल में आज सुबह पोस्टमार्टम करवाया गया। इसके बाद परिजनों ने शव लेने से मना कर दिया। उनका कहना है कि जब तब मांग नहीं मानी जाएगी। शव नहीं उठाया जाएगा। धरने पर आज भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह शेखावत,भगवान सिंह मेड़तिया,कांग्रेस नेता प्रहलाद सिंह मार्शल,श्याम सिंह हाड़लां,क्षत्रिय सभा के अध्यक्ष करण प्रताप सिंह,युधिष्ठिर सिंह भाटी,दिनेश सिंह भदौरिया भी पहुंचे।शेखावत ने आरोप लगाया कि पुलिस पूरे मामले में लापरवाह रही है। सुबह पांच बजे घटना का पता चलने के बाद भी पुलिस ने हत्या करने वालों को भागने दिया। कार्रवाई की बात की गई तो थानेदार को महज लाइन हाजिर कर दिया। हम उसके निलंबन की मांग कर रहे हैं। धरना दे रहे जनप्रतिनिधियों ने चार मांग प्रशासन के सामने रखी है। मांगों पर अधिकृत तौर पर सरकार और प्रशासन कुछ नहीं कहेगी। तब तक धरना जारी रहेगा।
ये है मांग
थानेदार का निलंबित किया जाए
मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी दी जाए
मुआवजा दिया जाए
हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए
बीकानरे-जयपुर हाइवे लगाया जाम
मांगों पर सहमति नहीं बनने पर परिजन और ग्रामीण दोपहर में स्टेट हाइवे पहुंच गए। बीकानेर-जयपुर हाइवे पर टायर जलाकर हंगामा किया। मौके पर पहुंचे भाजपा नेता भगवान सिंह मेड़तिया ने कहा- एसएचओ ने मिलीभगत से सारे साक्ष्य को मिटा दिया। डीवीआर तक गायब करवा दिया। कोई प्रशासनिक अधिकारी भी अपराधियों के शरणार्थी बने हुए है तो, उन्हें भी बक्शा नहीं जाएगा। हम आम जनता के साथ है। आरोपियों को बक्शा नहीं जाएगा। अगर मांग नहीं मानी तो कल बीकानेर बंद जैसा कदम भी उठाया जा सकता है। जाम के बाद रास्ते बंद होने के कारण सर्किट हाउस से लेकर कलेक्ट्रेट तथा दुर्गादास सर्किल से म्यूजियम तक वाहनों की लंबी लंबी कतारें लग गई और आमजन व स्कूलों के बच्चे-अभिभावक परेशान होते नजर आएं।
आरोपी श्रीडूंगरगढ़ के, जांच भी श्रीडूंगरगढ़ थाने को
इस बात का भी विरोध हो रहा है कि हत्या के मामले में जिन लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। वह सभी श्रीडूंगरगढ़ के गांव में रहने वाले हैं। ऐसे में जांच भी श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी को दी गई है। इससे जांच की निष्पक्षता पर असर पड़ सकता है।