तहलका न्यूज,बीकानेर। शहर के भूतनाथ फीडर पर काम कर रहे बिजली कंपनी के संविदाकर्मी तेजकरण मेघवाल की मौत के मामले में आखिरकार संघर्ष की जीत हुई। मृतक को न्याय दिलाने के लिये कर्मचारी मैदान में शुरू हुए अनिश्चितकालीन धरने और पार्षद मनोज विश्नोई के बीकानेर बंद के आह्वान के बाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आया और शाम को जिला प्रशासन,कंपनी और धरनार्थियों के बीच समझौता वार्ता का दौर शुरू हुआ। जिसमें आन्दोलनकारियों की ओर से रखी गई सभी मांगों को मानते हुए मृतक के आश्रितों को पचास लाख रूपये देने पर हामी भरी गई। साथ ही अन्य मांगों पर भी सहमति बन गई। बिजली कंपनी ने सभी मांगे मानने के बाद धरना स्थगित कर दिया है। बताया जा रहा है कि मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा और बिजली कंपनी की ओर से एक मुश्त 25 लाख रुपए दिए जाएंगे। साथ ही वेंडर कंपनी 5 लाख रुपए और कंपनी के अधिकारियों द्वारा डोनेशन कर 5 लाख रुपए,राजस्थान विद्युत वितरण बोर्ड द्वारा 5 लाख रुपए,5 लाख रुपए सरकारी योजना से और एससी/एसटी मुकदमें मिलने वाले परिलाभ के रूप में 3 लाख रुपए परिजनों दिए जायेंगे। साथ ही इसके अलावा मृतक की पत्नी को संविदा पर नौकरी और आजीवन पेंशन दी जाएगी। बिजली कंपनी में काम करने वाले अन्य कर्मचारियों के लिए कुछ मांगों पर सहमति बनी है। जिसमें सभी कर्मचारियों का 25 लाख का बीमा होगा। धरने की अगुवाई कर रहे पूर्व मंत्री गोविन्दराम मेघवाल ने कहा कि अगर जिला प्रशासन द्वारा सभी वादे पूरे नहीं किए गए तो वापिस धरना दिया जाएगा। इससे पहले गोविन्दराम मेघवाल की अगुवाई में कर्मचारी मैदान में धरना शुरू हुआ। जिसमें केश कला बोर्ड के अध्यक्ष महेन्द्र गहलोत,शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत,देहात अध्यक्ष बिशनाराम,यूथ कांग्रेस अध्यक्ष भंवरलाल,पार्षद आनंद सिंह सोढ़ा,मनोज विश्नोई,नंदलाल जावा,सुभाष स्वामी,अरूण व्यास,रामनिवास कूकणा,सुरेंद्र डोटासरा,तोलाराम सियाग व आदि उपस्थित रहे।

विश्नोई की पहल पर 11 लाख की होगी मदद
उधर मृतक तेजकरण मेघवाल को सरकारी मदद के अलावा भामाशाहों व आन्दोलन के अगवाई कर रहे नेताओं की ओर से भी मदद की पहल की गई। जिसमें पार्षद मनोज विश्नोई ने शुरूआत करते हुए 21 हजार रूपये तेजकरण के आश्रितों के खाते में डाले। विश्नोई ने बताया कि इसकी मदद के लिये 11 लाख रूपये एकत्रित किये जाएंगे।

बीकानेर बंद का आह्वान वापस
मृतक को न्याय नहीं मिलने की स्थिति में पार्षद मनोज विश्नोई ने 2 अक्टुबर को बीकानेर बंद का ऐलान किया था। प्रशासन के साथ शाम को हुई समझौता वार्ता के उपरान्त बीकानेर बंद का आह्वान वापस ले लिया गया है। विश्नोई ने प्रशासन का आभार जताते हुए इस संघर्ष में शामिल सभी लोगों का भी धन्यवाद ज्ञापित किया है।