तहलका न्यूज,बीकानेर। हमेशा मंदिर की पैरवी करने वाली भगवा पार्टी बीकानेर में एक मंदिर को लेकर आमने सामने है। मंजर यह है कि इस मंदिर ट्रस्ट को लेकर जिस तरह अखबारबाजी हो रही है। उससे न केवल मंदिर की बल्कि पार्टी की भी थू-थू हो रही है। बताया जा रहा है कि ट्रस्ट को लेकर हुए विवाद में अब भाजपा के वरिष्ठ नेता भी एक दूसरे के खिलाफ खुलकर सामने आने लगे है। मामला जयपुर रोड स्थित खाटू श्याम मंदिर प्रन्यास के ट्रस्ट को लेकर है। जिसके ट्रस्ट का विवाद लंबे समय से हो रहा है और अब यह खुलकर सामने आ गया है। जानकारी मिली है कि इस विवाद में दोनों पक्ष भाजपा से जुड़े है। भाजपा के चुनाव चिन्ह पर पार्षद का चुनाव लड़ चुके सुरेश भसीन की पैरोकारी भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष,मंडल अध्यक्ष,पूर्व मंडल अध्यक्ष,भाजपा के टिकट चाहने वाले,प्रवक्ता कर रहे है तो वहीं दूसरे पक्ष में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष,पार्टी के मीडिया पैनेलिस्ट में रहे युवा नेता कर रहे है। इसके अलावा भी पार्टी को समय समय पर आर्थिक मजबूती देने वाले भी व्यापारीगण शामिल है।

यह है विवाद
जानकारी मिली है कि जयपुर रोड पर खाटू श्याम मंदिर के ट्रस्ट को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा है। इस मंदिर में कार्यकल्पों के लिये पहले समिति बनी हुई थी। जिसमें सुरेश भसीन महामंत्री रहे। 2022 में इस मंदिर का ट्रस्ट बन गया था। जिसमें भी भसीन महामंत्री रहे। लेकिन भसीन के असहयोग रवैये के चलते आठ ट्रस्टियों में सात की सहमति से उन्हें पिछले दिनों पद से हटाकर नये महामंत्री सहित ट्रस्टी बना दिए गये। जिसके बाद से यह विवाद ओर गहरा गया। इस पर भसीन ने विगत सप्ताह एक बैठक कर वर्तमान ट्रस्ट और उनके पदाधिकारियों पर आठ करोड़ क ा गबन लगाते हुए अनेक आरोप ओर भी मढ़े। साथ ही भसीन की ओर से एक बैठक कर नया प्रन्यास बना लिया गया। बताया जा रहा है कि इस बैठक में अधिकांश एक ही समाज के लोग थे। जो भाजपा विचारधार के है। भसीन की इस कार्रवाईयों व आरोपों का जबाब देने के लिये दो दिन पहले मंदिर ट्रस्टियों की ओर से एक प्रेस वार्ता कर प्रमाण सहित आरोपों का खंडन किया गया।

थाने में पहुंच चुका है मामला
पदाधिकारियों ने बताया कि पूर्व में समिति के 6 सदस्यों को हटाने पर हटाएं गये पदाधिकारियों ने जेएनवीसी थाने में परिवाद पेश किया। जिसमें तत्कालीन समिति के अध्यक्ष,महामंत्री व अन्य पदाधिकारियों के कलमबद्ध बयान भी पुलिस की ओर से लिए गये। इस समय भसीन ने भी अपने बयान भी मंदिर ट्रस्ट के पक्ष में देते हुए हटाएं गये पदाधिकारियों को गलत बताया था। अब वे ही पदाधिकारी एक दूसरे पर सवाल खड़े कर रहे है।

पार्टी की हो रही किरकिरी
उधर समाचार पत्रों में खाटू श्याम मंदिर ट्रस्ट के विवाद की खबरें प्रकाशन के बाद जो नाम सामने आएं है। उसमें अधिकांश पार्टी के वर्तमान व पूर्व पदाधिकारी और विधानसभा तथा लोकसभा चुनाव में पार्टी के टिकटधारी है। ऐसे में सोशल मीडिया पर न केवल आमजन बल्कि विपक्ष भी इस विवाद को लेकर चटकारे लेने लगा है। इस प्रकरण में भाजपा के लोगों द्वारा एक दूसरे के आमने सामने आने से पार्टी की किरकिरी हो रही है। कोई इसे केन्द्रीय मंत्री के गुट से जोड़कर चटकारे ले रहा है और कोई इनके विरोधियों के। ऐसे में पार्टी के लोगों द्वारा इस प्रकार विरोधाभास के हालात से प्रदेश नेतृत्व को चंता सताने लगी है।