तहलका न्यूज,बीकानेर। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय का दो दिवसीय शैक्षिक सम्मेलन का समापन शनिवार को राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय बज्जू खालसा, बज्जू में मुख्य अतिथि व्यापार मंडल बज्जू के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा, विशिष्ठ अतिथि प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि आचार्य तथा अध्यक्षता सुजानाराम विश्नोई, विशिष्ठ अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश विश्नोई तथा विशिष्ठ अतिथि ओमप्रकाश भादू मंडल सयुक्त मंत्री,व्यापार मंडल सचिव राधेश्याम के आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
मुख्य अतिथि राजेंद्र शर्मा ने कहा कि संस्कारो का विकास शिक्षक ही कर सकता है इसलिए शिक्षक को शिक्षण कार्य में ही व्यस्त रखना चाहिए। उन्होने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल बालको का बौद्धिक विकास करना नही है अपितु उसका सर्वागीण विकास करना है।
विशिष्ठ अतिथि संगठन के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि आचार्य ने कहा कि शिक्षक को हमेशा अपने कर्तव्यो के साथ साथ बालक के व्यक्तित्व को निखारने का कार्य कर अपनी प्रतिष्ठा को बनाना होगा। उन्होने शिक्षकों के अपने आचरण को अच्छा बनाये रखने का आव्हान करते हुए कहा कि उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व से संगठन एवं समाज के आगे बढ़ने के साथ साथ शिक्षको की समस्याओ का समाधान हो सकेगा।विशिष्ठ अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश विश्नोई ने कहा कि सम्मेलनो के माध्यम से शिक्षा क्षेत्र में हुए चिन्तन मनन से आये प्रस्तावो पर संगठनो के साथ सरकारी स्तर पर संवाद होने से शिक्षा के स्तर का विकास हो सकेगा।विशिष्ठ अतिथि व्यापार मंडल सचिव राधेश्याम ने कहा कि शिक्षक ही बालकों को गढ़ने का कार्य करता है इसलिए शिक्षक का सम्मान होता है।
मंडल सयुक्त मंत्री ओमप्रकाश भादू ने टीम भावना के साथ आगे बढ़ते हुए कार्य करने का आव्हान करते हुए कहा कि प्रत्येक पदाधिकारी अपने आचरण के साथ साथ सक्रियता से शिक्षकों के बीच समय समय पर प्रवास के माध्यम से सम्पर्क करे तभी नये कार्यकर्ताओ का निर्माण हो सकेगा।जिला संगठन मंत्री लेखराम गोदारा ने बताया कि तृतीय सत्र में खुले अधिवेशन में शिक्षा, शिक्षक शिक्षार्थी के हितो पर चिन्तन मनन के अलावा संगठन मॉग पत्र के साथ साथ अन्य कई समस्याओ एवं विभिन्न प्रस्तावो पर मंथन उपरान्त विचार कर प्रस्ताव पारित कर सरकार को भेजने पर सहमति हुयी। इससे पूर्व खुला सत्र आयोजित किया गया सत्र में प्राप्त प्रस्ताव को संकलित करते हुए
जिला उपाध्यक्ष दानाराम ने बताया कि कमोन्नति उपरान्त विद्यालयों में विषयों एवं पदो की स्वीकृति जारी करवाने, 31 दिसम्बर के पश्चात नियुक्त शिक्षकों को ग्रीष्मावकाश अवधि का बकाया वेतन देने, एमएसीपी / एसीपी स्वीकृति हेतु एसीआर की बार बार माँगने की पूवति पर रोक लगाने तथा सेवा सन्तोषजनक प्रमाण पत्र के आधार पर स्वीकृतियों जारी करवाने, वरियता एवं आरक्षित सूची में चयनित की रिफशलिंग करवाकर पदस्थापन करवाने, शिक्षक के सम्पूर्ण सेवाकाल में न्यूनतम 3 पदोन्नति देने, शारीरिक शिक्षक पदस्थापन हेतु न्यूनतम छात्र सख्या की अनिवार्यता समाप्त करने, अवकाश एवं विभागीय जाँच प्रकरणो का निस्तारण विशेष शिविर लगाकर करने, एमएसीपी / एसीपी स्वीकृति में आ रही बाधाओ के लिए जबाबदेही तय करवाते हुए समस्या समाधान करवाने, एक वर्ष के परीक्षा परिणाम न्यून रहने की स्थिति में आगे पीछे के श्रेष्ठ परिणामो के आधार पर शिथिलन देते हुए इस प्रकार के समस्त प्रकरणो को समाप्त करने, तृतीय श्रेणी से वरिष्ठ अध्यापक तथा वरिष्ठ अध्यापक से व्याख्याता पद की शेष सत्रो की बकाया पदोन्नति में आ रही समस्या का निस्तारण करवाने, रिव्यु डीपीसी के प्रस्ताव भी भिजवाने, माननीय न्यायालय से एक विषय पर अनेको निर्णय कार्मिक के पक्ष में होने की स्थिति में एक समान प्रकृति होने पर एक सामान्य आदेश जारी कर न्यायालय वाद में कमी लाने, नवकमोन्नत विद्यालयों में पदो की वित्तीय स्वीकृति जारी करवाने, वेतन आहरण की समस्या का स्थायी समाधान करने, नोशनल लाभ के प्रकरणो का निस्तारण करने, शिक्षा कर्मी कार्मिकों को बकाया वेतन भुगतान करने एवं प्रशिक्षित कार्मिकों को नियमित करने,निजी विद्यालयों की समस्याओं का नियंत्रण करने तथा कार्मिकों की सेवाएं सरकारी कार्यों में लेने,तथा बालकों के लिए संचालित योजनाओं में विधार्थियों को सम्मिलित करने,शारीरिक शिक्षकों हेतु नामाकंन 105 की शर्त विलोपित करने, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में द्वितीय श्रेणी व प्रथम श्रेणी के शारीरिक शिक्षक पद देने, सामाजिक ज्ञान, वाणिज्य, गृहविज्ञान, चित्रकला, उघोग शिक्षकों की पदोन्नति का रास्ता निकालने, प्रबोधको शारीरिक शिक्षको, प्रयोगशाला सहायक एवं पुस्तकालयध्यक्ष की पदोन्नति करने की मांग का निस्तारण विभाग अथवा सरकार स्तर से करवाने, पीईइओ प्रभार का पुर्नगठन करवाने, एसीपी एवं अवकाश प्रकरण निस्तारण हेतु समय सीमा तय करवाने का आग्रह किया गया।
कार्यक्रम में लणकरणसर अध्यक्ष महावीर धतरवाल,नोखा अध्यक्ष जगदीश मंण्डा,डूंगरगढ़ अध्यक्ष अनिल सोनी,नगर अध्यक्ष महेश छींपा,कोलायत अध्यक्ष गोर्वधनराम विश्नोई,बीकानेर ग्रामीण मंत्री विकास पंवार,पाँचू अध्यक्ष दुर्गाराम,श्रीराम खिलेरी ,पूनमचंद,तुलसीदास,रामचंद्र भांभू,रामचंद्र डूडी, चालक दान,सहीराम,मोहनसिंह, रामुराम खिलेरी,मगनसिंह सोढा,बृजलाल खिलेरी,शिवकरण कड़वासरा सहित अनेक उपशाखा एवं जिला प्रदेश पदाधिकारियों ने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम का संचालन पूनमचंद गोदारा तथा सम्मेलन संयोजक गोवर्धन राम विश्नोई ने किया।आभार देवकिशन कड़वासरा ने किया।धन्यवाद रोहिताश्व गोदारा ने दिया।