जयनारायण बिस्सा
तहलका न्यूज,बीकानेर। दिवाली को बस छ:दिन बाकी हैं। बाजार तरह-तरह के सजावटी सामान से सज गए हैं। पटाखे की दुकानें भी लग गई हैं। लेकिन,एक खतरा ऐसा है जो हर साल शहर पर मंडराता है। पटाखों का कारोबार अनचाहे ही शहर को बारूद के ढेर पर ला बिठा देता है। हर साल की तरह इस बार भी मरूनगरी रोशनी और खुशियों में नहाने की पूरी तैयारी में है।बाजारों में रौनक है तो मोहल्लों में रात के सन्नाटे में अचानक किसी पटाखे का धमाका बता देता है कि दिवाली नजदीक है। हादसे न हों, इसके लिए प्रशासन नियमों की सूची जारी करने की बात कर रहा है। लेकिन यह देखने वाला कोई नहीं कि घनी आबादी के बीच में बारूद के जाने कितने ढेर लगते हैं। इस दौरान यहां किसी बड़े हादसे का अंदेशा हमेशा बना रहता है। इतना ही नहीं अब पटाखों के साथ खुला बारूद भी खुलेआम बेचा जा रहा है। जिसको युवा खरीद कर ला रहे है और अपने मोहल्ले व गलियों में बेखौफ फोड़ रहे है। लेकिन जुगाड़ तंत्र से सब चलता है,पूछने की हिम्मत कोई नहीं जुटा पाता। आबादी के बीच बने इस तरह के बारूद की खुलेआम बिक्री से एक छोटी चिंगारी भी घातक हो सकती है।
नियमों की हो रही अनदेखी,लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया पर उठे सवाल
मंजर यह है कि कई जगह तो दुकानों में 15 मीटर की दूरी तक नहीं है। जबकि इन दुकानों के आगे से पुलिस व प्रशासन के आलाधिकारी अनेक बार निकलते है। फिर भी देखकर आंखे मूंद रहे है। अब सवाल उठता है कि आखिर लाइसेंस जारी करते समय क्या दुकान संचालक की ओर से दिए जाने वाले दस्तावेजों का भौतिक सत्यापन या जगह का सत्यापन किया जाता है या नहीं। या सिर्फ कागजी आधार पर ही लाइसेंस जारी होते है।
हर बार तोड़े जाते हैं ये नियम
-दो पटाखों की दुकान में 15 मीटर की दूरी
-पटाखे की दुकान से ज्वलनशीन की दुकान 15 मीटर दूर
-दुकान के सामने की सड़क 30 फीट चौड़ी होनी चाहिए
-दुकान पर आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र जरूरी
-दुकान की लंबाई 10 फीट व चौड़ाई 10 फीट होनी चाहिए
-पक्की दुकान व छत पट्टी व आरसीसी की होना जरूरी
-दुकान के बाहर पटाखे रखकर बेचने पर रोक
बारूद बेचने पर है रोक
उधर प्रशासनिक अधिकारी कहते है कि प्रशासन गंभीर है। नियमों को ताक पर रखकर पटाखों का कारोबार करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। घनी आबादी के बीच पटाखों के साथ भंडारण और बारूद बेचने पर रोक है।
नयाशहर थाना क्षेत्र में सामने आया मामला,पुलिस कर ही मना
उधर नयाशहर थाना इलाके के चौखूंटी पुलिया के नीचे इस प्रकार बारूद बेचने वालों की शिकायत पुलिस को मिली थी। जिसके बाद पुलिस टीम यहां पहुंची भी थी। सूत्र बताते है कि यहां बारूद भी था। लेकिन पुलिस से जब इस बारे में पूछा गया तो पुलिस ने साफ तौर पर बारूद होने की बात से इंकार कर दिया।