तहलका न्यूज,बीकानेर। राजस्थान राज्य न्यायिक अकादमी ने आरजेएस साक्षात्कार के बाद चयनित अभ्यार्थियों का रिजल्ट जारी कर दिया है। जिसमें जिले के आधा दर्जन अभ्यार्थियों का चयन हुआ है। इसमें लड़कियों में देवयानी शर्मा,पूजा जनागल तथा लड़कों में बीकानेर मूल के आदित्य व्यास चयनित हुए है। इसके अलावा लूणकरणसर की रेणु भोभरिया,श्रीडूंगरगढ़ की महिमा भी चयनित हुई है। मेरिट में देवयानी शर्मा ने 26 वां स्थान प्राप्त किया है। स्टेशन रोड निवासी देवयानी के पिता लैथ मशीन का काम करते हैं और मां सामान्य गृहिणी है। दसवीं-बारहवीं में अच्छे अंक हासिल करने के बाद भी देवयानी ने कॉमर्स विषय लिया और ग्रेजुएशन के बाद एलएलबी की। देवयानी का कहना है कि उसी समय तय कर लिया था कि मुझे कोर्ट में प्रेक्टिस नहीं करनी,बल्कि ज्यूडिशियल सर्विस में जाना है। देवयानी ने अपनी सफलता के लिए गुरुजनों और मेंटोर को श्रेय दिया है। देवयानी ने कहा कि अपने गुरु अनन्त जोशी,बिट्ठल बिस्सा,बालमुकुंद व्यास,शराफत अली व हेमंत रंगा और नवरतन सिंह राठौड़ को श्रेय दिया। डॉ. अनिल कौशिक के साथ ही इंटरव्यू के दौरान अभियोजन अधिकारी संजीव पुरोहित को श्रेय दिया। संजीव ने ही मॉक इंटरव्यू करवाए। उधर, इंग्लिश टीचर हेमंत रंगा ने देवयानी को सफलता की बधाई दी। इसी तरह बीकानेर मूल के आदित्य व्यास का प्रथम प्रयास में 47 रैंक पर चयन हुआ है।उल्लेखनीय है कि आदित्य के पिता उमाशंकर व्यास वर्तमान में राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर में न्यायाधिपति के पद पर कार्यरत है। वहीं उनकी मां श्रीमती नंदनी व्यास जिला एवं सैशन न्यायाधीश जयपुर मेट्रो के पद पर कार्यरत है. आदित्य की बहन सोनल एवं जीजा पुरुषोत्तम भी वर्तमान में अलवर में सिविल न्यायाधीश के पद पर कार्यरत है। बीकानेर कोर्ट में काम करने वाले श्रवण कुमार जनागल की बेटी पूजा ने अपने पिता का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। पूजा का चयन आरजेएस परीक्षा में हुआ है। पूजा का कहना है कि वो शुरू से आरजेएस में चयन के लिए मेहनत कर रही थी। आखिरकार उसे सफलता मिल गई है।