तहलका न्यूज,बीकानेर। आवंला नवली कार्तिक शुक्ल नवमी को सत्ययुग प्रारम्भ हुवा था। वैष्णव सम्पदाय में यह दिवस ठाकुर जी को विभिन्न व्यंजनों का भोग लगाकर अन्नकूट महोत्सव मनाया जाता है।अन्नकूट का अर्थ अन्न का पर्वत जिसमे विशेष रूप से मूंग चावल का पर्वत जैसा बनाया जाता है और इसके साथ विभिन्न व्यंजनों का भोग लगता है और गोवर्धन पूजा की जाती है।बिस्सों का चोक स्थित द्वारिकाधीश मन्दिर में अन्नकूट महोत्सव मनाया गया।मन्दिर की मुख्य अर्चक इंद्रा देवी व्यास से मिली जानकारी के अनुसार बीकानेर वैष्णव सम्प्रदाय के अंतर्गत 175 वर्ष प्राचीन इस द्वारिकाधीश मन्दिर में प्रतिवर्ष कार्तिक शुक्ल नवमी को ही अन्नकूट महोत्सव मनाया जाता है ।उन्होंने बताया कि इसी दिवस पर सत्ययुग का प्रारम्भ हुवा तथा आज का यह दिवस आवंला नवमी के रूप में भी मनाया जाता है ।