तहलका न्यूज,बीकानेर।श्री कोलायत तहसील के बलाला गांव में स्थित 450 वर्ष से भी प्राचीन श्री गुसांईंजी महाराज के मंदिर का वार्षिक जम्मा-जागरण 31 जनवरी को धूमधाम से और श्रद्धापूर्वक आयोजित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि 450 वर्ष से भी प्राचीन यह मंदिर विष्णु भगवान के पांचवें अवतार वामन भगवान श्री गुसांईंजी महाराज का मंदिर है।इस अवसर पर दिन भर चलने वाले पूजन कार्यक्रम के तहत प्रातः काल में बाबे की पावन जोत का आयोजन किया जाएगा। तत्पश्चात दिनभर श्रद्धालुओं द्वारा बाबा के दर्शन और पूजन अर्चन का कार्यक्रम चलेगा। सायं कालीन सत्र में बाबे की महाजोत और महाआरती का आयोजन किया जाएगा। आरती के पश्चात साथ महाप्रसादी का आयोजन किया जाएगा। बाबे के जम्मे की विशिष्ट प्रसादी में बाजरे और गुड़ का मीठा खीचड़ा बनाया जाता है। जिसकी प्रसादी श्रद्धालु तिल के तेल के साथ बहुत रुचिपूर्वक लेते हैं। इसके पश्चात रातभर गुसांई बाबे का जम्मा जागरण चलता है। जिसमें ग्रामीण कामड़िया जाति के श्रद्धालुओं और अन्य भजन गायकों द्वारा बाबे के भजनों-वाणियां का गायन होता है।श्रीगुसांईंजी महाराज के वार्षिक जम्मे में बीकानेर शहर सहित नाल,सालासर, नाईबस्ती,कोटड़ा,चांडासर,गजनेर,खारी आदि आस पास के विभिन्न गांवों से यहां पर श्रद्धालु गुसांईंजी महाराज का दर्शन करने और महाप्रसादी लेने आते हैं। पुजारी हनुमान दास सुथार ने बताया कि श्रीगुसांईजी महाराज के लगभग 450 साल पुराने इस मंदिर में स्थानीय सालासर गांव के बरड़वा गोत्र के सुथारों द्वारा पूजन-अर्चन किया जाता रहा है। इस मंदिर का पूजन पीढ़ी दर पीढ़ी आगे सौंपा जाता रहा है।