तहलका न्यूज,बीकानेर। शहर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में गैस सिलेंडर ब्लास्ट हादसे में एक ओर की मौत हो गई है। इस हादसे में मरने वालों की संख्या अब तीन हो गई है। कोतवाली थानाधिकारी जसवीर के अनुसार मलबे में दबे सलमान नामक युवक को निकाला गया। जो मृत अवस्था में था। जिसके शव को पीबीएम मोर्चरी में रखवा दिया गया है। बता दे कि इस हादसे में पूर्व में सचिन सोनी व असलम की मौत हो चुकी है। जबकि सात घायल हुए है। जानकारी मिली है कि कोतवाली थाने से पचास मीटर दूरी पर स्थित मदान मार्केट में असलम डाई कटिंग वाले के यहां गैस सिलेंडर फटने से हुए धमाका हुआ। धमाका इतना तेज था कि इस गूंज पांच से 1000 मीटर दूर तक लोगों को सुनाई दी। जिससे दहशत का माहौल हो गया। सूचना के साथ ही कोतवाली थानाधिकारी जसवीर मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। एसडीआरएफ की टीम,नगर निगम की टीम व दमकल की गाडिय़ां बुलाई गई। हादसे में सचिन व असलम की मौत हो चुकी है। जबकि 35 वर्षीय विनोद सोनी,32 वर्षीय दीपक,40 वर्षीय शुभा सिंह,60 वर्षीय सुशील सोनी,35 वर्षीय साबूदीन,30 वर्षीय उत्तम,18 वर्षीय समीर को अस्पताल ले जाया गया। जहां घायलों का इलाज चल रहा है। ज़िला कलेक्टर नम्रता वृष्णि और पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सिंह सागर भी घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचे।

जुटी तमाशबिनों की भीड़
आग की तरह शहर में फैली इस खबर के बाद तमाशबिनों की भीड़ मौका स्थल पर जुट गई। जिन्हें बार बार पुलिस की ओर से भगाया जा रहा था। मौके पर सीओ सिटी श्रवणदास संत,कोतवाली थानाधिकारी जसवीर,निगम उपायुक्त यशपाल आहुजा भी मौजूद रहे। जिन्होंने घटना स्थल वाले बिल्डिग़ को भी गिरवाया। साथ ही आसपास में रहने वाले लोगों को घरों से बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर भेजा।

तंग गलियों को चल रहे है मार्केट
हालात यह है कि तंग गलियों इस प्रकार के मार्केट चल रहे है। मंजर यह है कि इन मार्केट में नीचे अंडरग्राउंड बने है। ये मार्केट निगम की परमिशन से बने है या नहीं। इसकी जानकारी निगम अधिकारियों को भी नहीं है। स्थिति यह है कि इस क्षेत्र में इस तरह के कितने ही अवैध मार्केट बिना मापदंडों को तय किये चल रहे है। जहां इस तरह का काम हो रहा है। इसको लेकर क्षेत्र के लोगों ने शिकायतें भी दर्ज करवा रखी है। किन्तु सुनवाई नहीं होती है।

एसडीआरएफ-सिंविल डिफेन्स के जवान रहे मुश्तैद
इस पूरे हादसे में हुए राहत व बचाव कार्य में एसडीआरएफ व सिंविल डिफेन्स के जवान खासे मुश्तैद नजर आएं। जिन्होंने ने एक जने को जीवित तथा एक को मृत अवस्था में बेसमेंट से ढूंढकर बाहर निकाला। इस सेवा कार्य में हैड कानि बलवीर,राजाराम,सुनील,भूरलाल,हरिराम,नाहर सिंह,सुनील,प्रदीप दान,राकेश,मनोज,संजय कुलहरि,महेश,निकलेश,बाबूलाल विष्णु की अहम भूमिका रही। वहीं रवि विश्नोई ने भी राहत कार्य में जी जान लगा दी।
इसके अलावा खादिम खिदमतगार सोसायटी व असहाय सेवा संस्थान के सेवादारों ने भी घायलों व शवों को निकालने और अस्पताल पहुंचाने में मदद की।