तहलका न्यूज,बीकानेर। राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के आह्वान पर नई अनाज मंडी में व्यापारियों ने हड़ताल शुरू कर दी है। यह हड़ताल एक प्रतिशत मंडी सेस टैक्स के विरोध में की जा रही है।व्यापारियों का कहना है कि वे लंबे समय से इस टैक्स का विरोध कर रहे हैं,लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। व्यापारियों की मुख्य मांग है कि सरकार चीनी पर कृ षक कल्याण फीस की मांग को पूरा करे। साथ ही एक प्रतिशत मंडी सेस टैक्स को वापस ले। मंडी में इन दिनों सरसों,चना और गेहूं की आवक हो रही है। हड़ताल के कारण किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पहले दिन ही करीब एक करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ है। सुबह से माल लेकर आए किसानों को वापस लौटना पड़ा।व्यापारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानेगी,हड़ताल जारी रहेगी। मंडी 5 जुलाई तक बंद रहेगी।अनाज मंडी के पूर्व अध्यक्ष मोतीलाल सेठिया ने बताया- सरकार एक ही टर्नओवर पर दो तरह की फीस-मंडी टैक्स और कृषक कल्याण शुल्क ले रही है, जो व्यापारियों के लिए असहनीय है। उन्होंने बताया कि सरकार यदि 0.50 प्रतिशत शुल्क को अगले तीन साल तक स्थिर नहीं करती,आयातित कृषि जिंसों पर मंडी टैक्स और कृषक कल्याण शुल्क नहीं हटाती,मोटे अनाज पर 2.25 प्रतिशत आढ़त लागू नहीं करती और चीनी से शुल्क समाप्त नहीं करती,तो व्यापारी अनिश्चितकालीन बंद को मजबूर होंगे।