तहलका न्यूज,बीकानेर। “कमजोर कब ताकतवर और ताकतवर कब कमजोर हो जाए,यह कोई नहीं जानता, इसलिए हमेशा दयालु बने रहें,”यह प्रेरक उद्गार मशहूर प्रेरक वक्ता जया किशोरी ने बीकानेर के महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के सभागार में रोटरी क्लब बीकानेर रॉयल्स और रोटरी क्लब अपराइज द्वारा आयोजित ‘ड्रीम टू रियलिटी 2.0’ कार्यक्रम में व्यक्त किए।अपने ओजस्वी और भावपूर्ण संबोधन में जया किशोरी ने जीवन,आध्यात्मिकता और करुणा पर गहन विचार साझा किए,जिसने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया।उन्होंने परिवार को प्राथमिकता देने पर जोर देते हुए कहा,”हम अक्सर दूसरों को खुश करने में परिवार को अनदेखा कर देते हैं। क्रोध अपने आप नहीं आता,सामने वाले की स्थिति देखकर लाया जाता है। शक्तिशाली के सामने हम चुप रहते हैं, लेकिन अपने या कमजोर पर क्रोध निकालते हैं।”उन्होंने कहा कि सच्ची ताकत दयालुता में है,क्योंकि शक्ति का समीकरण कभी भी बदल सकता है।श्रीमद्भगवद्गीता के कालजयी ज्ञान का उल्लेख करते हुए जया किशोरी ने इसकी आधुनिक प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला।”गीता धन या शक्ति त्यागने की बात नहीं कहती,बल्कि इसे नैतिकता से अर्जित करने और समाज के भले के लिए उपयोग करने की प्रेरणा देती है,”उन्होंने कहा। युवाओं को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़े रखने और जुआ, भ्रष्टाचार जैसी अनैतिक गतिविधियों से दूर रहने की सलाह दी। उन्होंने आध्यात्मिकता को ईश्वर से जोड़ने और शास्त्रों से जीवन की कला सीखने का मार्ग बताया।युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा,”आज की युवा पीढ़ी भटकाव में है। उनसे पूछो कि वे क्या चाहते हैं, जवाब होता है ‘पता नहीं’। बच्चों पर पूजा-पाठ के लिए दबाव न डालें,बल्कि शास्त्रों की कहानियों से प्रेरित करें।”जया ने अपने माता-पिता को श्रेय देते हुए बताया कि उनकी सुनाई कहानियों ने उन्हें शास्त्रों से जोड़ा। उन्होंने बुजुर्गों की बातें धैर्य से सुनने की सलाह दी,क्योंकि उनके अनुभव जीवन की दिशा बदल सकते हैं।वरिष्ठजनों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा,”सच्चा धन संचय में नहीं,समाज सेवा में है। हम दूसरों की कमाई को गलत और अपनी को मेहनत का फल मानते हैं। यह दृष्टिकोण बदलना होगा।”उनके शब्दों ने समाज के प्रति उदारता और सेवा भाव की प्रेरणा दी।यह ऐतिहासिक आयोजन बीकानेर के लिए एक यादगार पल रहा, जिसका श्रेय रोटरी क्लब बीकानेर रॉयल्स और अपराइज की समर्पित टीम को जाता है। मंच व्यवस्था से लेकर दर्शकों की सुविधा तक,हर पहलू में उत्कृष्टता झलक रही थी।कार्यक्रम को बीकाजी ग्रुप,आदित्य कैपिटल,थेम्स प्लाई,एमएम ग्रुप,कॉन्सेप्ट कोचिंग,वेथोनिक फाइनेंशियल,जीवन रक्षा अस्पताल और स्व.श्रीमती गोमादेवी चैरिटेबल फाउंडेशन जैसे प्रायोजकों का समर्थन प्राप्त हुआ।अन्य सहयोगियों में रामलाल सूरजदेवी रांका चैरिटेबल ट्रस्ट,बीकानेर प्रोसलिन,श्री बालाजी स्वीट्स और एपेक्स हॉस्पिटल शामिल रहे। मीडिया पार्टनर पिंटू राठी,भोज एडवरटाइजिंग और राम डिजिटल ने व्यापक प्रचार में सहयोग दिया।जया किशोरी का संदेश आत्मचिंतन,आध्यात्मिक जागृति और समाज सेवा की दिशा में एक आंदोलन बन गया। यह आयोजन बीकानेरवासियों के लिए वर्षों तक प्रेरणा का स्रोत रहेगा।उद्बोधन के अंत मे आदित्य कैपिटल के हेमंत असोपा,बिकाजी के दीपक अग्रवाल,सुशील अग्रवाल के साथ रोटे गोपाल अग्रवाल व प्रियंका शृंगारी ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित  किया। मंच संचालन रोटे ज्योति प्रकाश,रोटे चाँदनी कर्णनी, रोटे विनय हर्ष रोटे शिप्रा शंकर ने किया। इस ऐतिहासिक आयोजन को सफल बनाने में रोटरी क्लब बीकानेर रॉयल्स एवं रोटरी क्लब अपराइज के सदस्यों ने जिस समर्पण और टीम भावना से योगदान दिया,वह प्रशंसनीय है। रोटरी क्लब बीकानेर रॉयल्स की ओर से आयोजन समिति में राजेश बवेजा,डॉ.विकास पारीक,डॉ.मनोज कुड़ी,सुनील चमड़िया,पीयूष शंगारी,प्रियंका शांगारी,रुचि दफ्तरी,ऋषि धामू,विनय बिस्सा,शरद मनीष कालड़ा,सुरेंद्र सिंह,सुरेश पारीक,विनोद माली,दीपक चमड़िया,दीपेन माथुर,हेमंत शेखानी,निखिल सेठिया, विपिन लड्ढा,रमेश अग्रवाल,नितेश रंगा,डॉ.बजरंग टाक,डॉ.पुनीत खत्री,राजेश खत्री एवं जगदीप सिंह ओबेरॉय सक्रिय रूप से सम्मिलित रहे। वहीं रोटरी क्लब अपराइज की ओर से नीलम सिंघी,नेहा ओझा,शिवाली कोठारी,पारुल अग्रवाल,निकिता गुप्ता,दिव्या अरोड़ा एवं रिया अग्रवाल ने विभिन्न जिम्मेदारियों को निभाते हुए आयोजन को गरिमा प्रदान की।