



तहलका न्यूज,बीकानेर। सावन माह में भगवान शंकर के पूजन का खास महत्व है। माह का दूसरा सोमवार होने से शिवालयों में दर्शनार्थियों और आस्थावान श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। भगवान शिव के दुग्ध,घी,शहद,दही व जलाभिषेक हुए। सुबह होते ही श्रद्धालु परिवार सहित शिव मंदिरों में पहुंचने लगे। कई मंदिरों के बाहर भक्तों की लंबी-लंबी कतारें नजर आईं। पुरुष,महिलाएं और बच्चे बेलपत्र,दूध,गंगाजल,शहद और जल से भगवान शिव का अभिषेक करने पहु ंचे। खासकर युवाओं और महिला श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिला। पंडित मनमोहन किराडू द्वारा स्थापित शिव शक्ति साधना पीठ में ब्रह्मा महाकालेश्वर महादेव का केसर युक्त 11 किलो दही से अभिषेक किया गया। पीठ के एडवोकेट मदन गोपाल व्यास ने बताया पंडित संदीप और बसंत किराडू के नेतृत्व में किया जा रहा है। अभिषेक में शंकर,राधाकृष्ण,प्रहलाद, गणेश,शुभकरण,आनंद,महावीर व अन्य भक्तगण भाग लिया। अभिषेक के बाद महादेव का भव्य श्रृंगार किया गया व आरती की गई।काशी विश्वनाथ महादेव मंदिर में कनू मण्डल द्वारा 51 किलो दही का अभिषेक विश्व कल्याण के लिए पं काशी नाथ ओझा के सानिध्य में किया गया। अभिषेक में श्रीकनू रंगा,अशोक पुरोहित,इन्दु जोशी,सागर सा,बृजू पुरोहित,परख रंगा,किसन स्वामी,के के छंगाणी अन्य भक्त शामिल होकर महादेव से आशीर्वाद लिया।
डॉ.कल्ला ने रंगोलाई में किया रुद्राभिषेक
श्रावण मास के दूसरे सोमवार को डॉ.बी डी कल्ला ने रंगोलाई महादेव मंदिर में किया।उन्होंने गणेश पूजन,पार्वती पूजन,नंदीश्वर पूजन के साथ पंचामृत से रूद्राभिषेक भी किया। उन्होंने भगवान शिव के रुद्रास्त्रधाय के वैदिक मंत्रोचार का पाठ भी किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि श्रावण मास भगवान शिव का प्रियतम महीना है,इस मास में भगवान शिव का जाप करने मात्र से मनुष्य के संकट दूर होते हैं। रुद्राभिषेक के अंत में डॉ.कल्ला द्वारा पुष्पमालओं के साथ भगवान शिव का विशेष श्रृंगार किया गया। भगवान शिव की आरती के तत्पश्चात क्षमायाचना की गई। इस दौरान त्रिलोकी नारायण कल्ला,बिट्टठल,अश्विनी कल्ला,,उपेन्द्र शर्मा,पंडित अशोक व्यास आदि मौजूद रहे।