तहलका न्यूज,बीकानेर। कोचर मंदिरात पंचायती ट्रस्ट की ओर से मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान समारोह गौड़ी पाश्र्वनाथ परिसर में आयोजित हुआ। जिसमें समाज के दसवीं-बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं में 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले होनहारों के साथ स्नातकोत्तर स्तर पर प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण,नीट,जेईई,यूपीएसी,आरपीएसी,सीए,प्रोफशनल डिग्री हासिल करने व चयनित होने वाले विद्यार्थियों,स्कॉलरशिप,रिसर्च प्रोजेक्ट,ओलम्पियाड के लिये चयनितों को कोचर ट्रस्ट एकेडमिक एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया। सभी सम्मानित प्रतिभाओं को स्मृति चिन्ह,मैडल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। समारोह के मुख्य अतिथि डॉ अजीतमल कोचर ने कहा कि यह सम्मान समारोह होनहारों को आगे लाने के साथ उन विद्यार्थियों के लिये भी प्रेरणादायी होगा,जो आने वाली पीढ़ी को एक मुकाम हासिल करने का संदेश देगा। विशिष्ट अतिथि प्रो कांति कुमार कोचर ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता के अनुसार बहुत बदलाव आया है। पहले 75 प्रतिशत के ऊपर अंक लाने वाले बिरले ही विद्यार्थी होते थे और आज 90 प्रतिशत भी कम लगते है। उन्होंने विद्यार्थी को कला,विज्ञान,विद्यि,भाषाओं में डिग्री हासिल करने की बात कही। ताकि प्रशासनिक व वैज्ञानिक क्षेत्रों में भी समाज की प्रतिभाएं आगे आ सके। विशिष्ट अतिथि डॉ धनपत कोचर ने कहा कि ऐसे आयोजनों से सम्मान पाने वाले का आत्मविश्वास बढ़ता है। सम्मानित होने वाले बच्चे ओर ऊंचाईयों को छूने की ललक रखते है। ऐसे में इस प्रकार के समारोह निरन्तर रखने की सीख दी। समारोह में जैन महासभा के विजय कोचर व किशोर राजपुरोहित ने भी बच्चों को मोटिवेशन देते हुए कोचर समाज को हर क्षेत्र में अग्रणी होने की बात कही। आयोजक से जुड़े कुणाल कोचर ने आएं हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह समारोह आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगा। इस मौके पर अध्यक्ष मोतीलाल कोचर ने सभी का स्वागत किया। संचालन मंत्री जितेन्द्र कोचर ने किया। कार्यक्रम की शुरूआत कोचर वंशज उरजो जी बाबा के मूर्ति पर माला पहनाकर किया गया। वहीं अजीत नाथ भगवान व सरस्वती माता के तेल चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया गया।

दादा ने पोता को किया सम्मानित
सम्मान समारोह में ऐसे कई गौरवमयी क्षण रहे। जिसमें बतौर अतिथि मंच पर बैठे अतिथियों ने अपने पोता-पौत्री को भी सम्मानित किया। वहीं कई विद्यार्थियों के अभिभावकों ने सम्मान पाकर गौरव की अनुभूति की।