तहलका न्यूज,बीकानेर। अपने आप को अनुशासित व पार्टी गाइडलाइन के अनुरूप काम करने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी की नवगठित शहर कार्यकारिणी ने प्रदेश की ओर से बनाई गाइडलाइन का ही धता बताते हुए सिफारिश के आधार पर पदाधिकारी बना डाले। बताया जा रहा है कि नई कार्यकारिणी में 17 पदाधिकारी ऐसे है,जो सक्रिय सदस्य ही नहीं है। इनमें 5 पदाधिकारी व 12 कार्यकारिणी सदस्य शामिल है। अपने चेहतों को जगह दिलवाने के लिये शहर जिलाध्यक्ष सुमन छाजेड़ ने संगठन के नियमों को ही अनदेखा कर दिया। पता चला है कि नवगठित कार्यकारिणी में सिफारिश का तगड़ा खेल चला है। जिसके चलते मूल कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर मंत्री व विधायकों के समर्थकों को जगह दी गई है। अब सोशल मीडिया के साथ साथ प्रदेश स्तर पर यह मामला गर्मा गया है।

ये नहीं है सक्रिय सदस्य
जानकारी मिली है कि जिन्हें संगठन में पदाधिकारी बनाया गया है। वे सक्रि य सदस्य तक नहीं है। जबकि बूथ,मंडल व जिला कार्यकारिणी में सक्रिय सदस्यों को प्राथमिकता के साथ पदाधिकारी बनाने का नियम पार्टी ने बना रखा है। जो पदाधिकारी सक्रिय सदस्य नहीं है,उनमें जिला मंत्री रामचंद्र सोनी,सुमन शेखावत,मीडिया सहसंयोजक घनश्याम कच्छावा,प्रवक्ता मुकेश शर्मा,दुष्यंत तंवर है। इसके अलावा कार्यकारिणी सदस्य अर्चना रंगा,कामाक्षी,गणेश व्यास,संजय कोचर,कविता शर्मा,सुनीता गुर्जर,अंजू जैन,आसक रण मारू,शांति शर्मा,महेन्द्र कुमार बरडिया व संतोष शर्मा भी सक्रिय सदस्यों की सूची में नहीं है। ऐसे में इनको संगठन में जगह देने पर पार्टी में अन्दुरूनी कलह भी शुरू हो गई है।