



तहलका न्यूज,बीकानेर। लगातार विवादों में चल रहे अभियांत्रिकी महाविद्यालय में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंजर यह है कि अमूमन घोटालों व अनियमितताओं की खबरों में चर्चित रहने वाले ईसीबी कॉलेज के कार्मिक अब नाराज हो गये है। जिसकी बड़ी वजह दो दशक बाद भी वेतन में वृद्वि नहीं होना है। बताया जा रहा है कि अभियांत्रिकी महाविद्यालय बीकानेर में दो दशक से अधिक समय से कार्यरत अशैक्षणिक कर्मचारी इस बार वार्षिक वेतनवृद्धि से वंचित रह गए हैं। कॉलेज प्रशासन की ओर से दी जाने वाली 5 प्रतिशत सालाना बढ़ोतरी इस वर्ष रोक दी गई है। जबकि अशैक्षणिक संघ को प्राचार्य ने आश्वसत किया था कि उनकी वेतन वृद्वि की जाएगी। जिससे कर्मचारियों में भारी नाराजग़ी है।प्राप्त जानकारी के अनुसार इन कर्मचारियों की मासिक आय ₹20,000 से कम है। कॉलेज की बोर्ड ऑफ गवर्निंग द्वारा हर वर्ष 5% वेतनवृद्धि का प्रावधान है, जो पहले लगातार लागू भी रहा, लेकिन वर्ष 2025 में कॉलेज प्रशासन ने बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय से स्वीकृति न मिलने का हवाला देकर बढ़ोतरी रोकी दी है। विश्वविद्यालय के कुलपति,कुलसचिव और वित्त नियंत्रक ने भी अपनी-अपनी असमर्थता जताई है।कर्मचारी संगठनों का कहना है कि जहां एक ओर कॉलेज में अनुबंधित लेक्चरर 2 लाख रुपये से अधिक वेतन ले रहे हैं और सभी वित्तीय लाभ प्राप्त कर चुके हैं, वहीं दशकों से सेवा दे रहे कर्मचारियों को उनके हक़ से वंचित किया जा रहा है।संगठन ने इसे अन्यायपूर्ण बताते हुए विरोध दर्ज कराया है और सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। कर्मचारियों ने चेताया है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।