तहलका न्यूज,बीकानेर।दुर्गादास राठौड़ को उनकी वीरता, स्वामी भक्ति और राष्ट्रभक्ति के लिए जाना जाता है।मुगलों के खिलाफ कई लड़ाइयों में राठौड़ सेना का उन्होंने नेतृत्व किया,दुर्गा दास राठौड़ 17वीं शताब्दी के महान राजपूत योद्धा और मारवाड़ व जोधपुर के सेनापति थे,उन्हें महाराजा जसवंत सिंह की मृत्यु के बाद राठौड़ वंश के शासन को मारवाड़ में संरक्षित करने का श्रेय दिया जाता है,उन्होंने मुगल बादशाह औरंगजेब के खिलाफ संघर्ष किया और अजीत सिंह को मारवाड़ का शासक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका प्रदान की।यह उद्गार आज दुर्गादास राठौड़ की जयंती पर मुख्य वक्ताओं के रूप में बजरंग सिंह राठौड़,रामगोपाल शर्मा,नरेंद्र सिंह बीका ने व्यक्त किये ।इससे पूर्व दुर्गादास जी की मूर्ति पर क्षत्रिय सभा के अध्यक्ष करण प्रताप सिंह सिसोदिया ने तिलक,अक्षत,माल्यार्पण कर पूजा अर्चना की । इसके पश्चात उपस्थित बीकानेर के संभ्रांत नागरिकों ने दुर्गा दास जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि देकर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।क्षत्रिय सभा के प्रवक्ता प्रदीप सिंह चौहान ने बताया कि इस कार्यक्रम में बीकानेर की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं एवं विशिष्टजन एवं क्षत्रिय महानुभावों ने उपस्थित होकर कार्यक्रम में पुष्पांजलि अर्पित कर दुर्गादास राठौड़ को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर जगपाल सिंह पाइली,ईश्वर सिंह चनाना,महावीर सिंह पंवार,जालम सिंह भाटी,स्वरूप सिंह राठौड़,रेवंत सिंह जाखासर,संदीप सिंह राठौड़,जितेंद्र राजवी,वीरेंद्र सिंह नरूका, जुगल सिंह बेलासर,गिरधारी सिंह खिंदासर,अमर सिंह हांडला,इंद्र सिंह नांदड़ा,उम्मेद सिंह सुल्ताना,शिवराज सिंह नरूका इत्यादि उपस्थित रहे ।