



तहलका न्यूज,बीकानेर। बीकानेर विकास प्राधिकरण की ओर से एक बार फिर सादुलगंज एरिया में नवनिर्माण पर गाज की तैयारी चल रही है। पता चला है कि बीडीए की तरफ से यहां ऐसे नवनिर्माण का सर्वे और विडियोग्राफी करवाई गई है। जो वर्ष 2018 के बाद नवनिर्मित हुआ है। जानकारी मिली है कि 2018 में सुप्रीम कोर्ट के स्टे मिलने के बाद नवनिर्मित मकानों,दुकानों व अन्य प्रकार के निर्माण कार्य पर बुलडोजर चल सकता है। जिसको लेकर बीडीए के अधिकारी पूरी तैयारी कर रहे है और आने वाले दिनों में ऐसे निर्माण कार्यों को ध्वस्त किया जा सकता है।
बड़े व्यापारी को जारी किया सड़क पर पट्टा
मिली जानकारी के अनुसार नगर विकास न्यास ने शहर के एक प्रतिष्ठित व्यापारी को सादुलगंज क्षेत्र में सड़क मार्ग पर ही पट्टा जारी कर दिया। इस व्यापारी ने जारी पट्टे के आधार पर अपने मकान का निर्माण भी करवा लिया। अब बीडीए ने यहां सर्वे करवाया तो इस मकान की भी फोटोग्राफी व विडियाग्राफी करवाई गई है। जिसके आधार पर इसको भी तोडऩे की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
पार्कों में कब्जों पर किये अतिक्रमण भी टूटेंगे
बताया जा रहा है कि सादुलगंज क्षेत्र के बी ब्लॉक में पार्क के लिये छोड़ी गई जमीन या यहां बने पार्क में किये गये अतिक्रमण को भी तोड़ा जाएगा। ऐसे में अतिक्रमियों में भय का माहौल है। जिन लोगों ने ऐसे क्षेत्र में कब्जे कर रहे है,वे अपने कब्जों को बचाने की जुगत में लग गये है। किन्तु बीडीए के सर्वे में ऐसे स्थानों को चिन्हित कर लिया गया है।
आरटीआई कार्यकर्ता की शिकायत पर हो रही कार्रवाई
उधर एक आरटीआई कार्यकर्ता ने सीएमओ तक शिकायत कर अवैध नवनिर्माणों को तोडऩे की गुहार जिला स्तर से प्रदेश स्तर तक लगाई है। जिसके बाद सीएमओ हरकत में आया है और वहां से बीडीए प्रशासन को फटकार लगी है। जिस पर बीडीए प्रशासन ने विगत दो दिन पहले गुप्त रूप से सर्वे करवाकर अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने की ठान ली है। बीडीए ने ऐसे नवनिर्माण को चिन्हित किया है। जिन पर सुप्रीम या हाईकोर्ट का कोई स्टे नहीं है।
पूर्व में जारी किया जा चुका है नोटिस
गौर करने वाली बात तो यह है कि बीकानेर विकास प्राधिकरण की ओर से ऐसे कब्जाधारियों को पूर्व में नोटिस जारी कर एक सप्ताह में अपने जबाब पेश करने की हिदायत दे रखी है। जिसकी अवधि आज समाप्त होने के बाद ऐसे कब्जाधारियों में खलबली मची हुई है। इस जबाब के बाद हुए सर्वे ने उनकी नींद उड़ा दी है।