तहलका न्यूज,बीकानेर। शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मरीज की मौत के मामले में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं को उठा दिया गया। पुलिस ने इन लोगों को धरने से पांच मिनट में उठने की चेतावनी दी। नहीं उठे तो पुलिस ने इनको जबरन हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। पता चला है कि पिछले दिनों इलाज के दौरान पोलिटेक्निक कॉलेज के पास स्थित आयुष्मान हार्ट केयर में रोगी की मौत हो गई थी। इसके बाद से ही कांग्रेस नेता रामनिवास कूकणा इस अस्पताल के समक्ष विरोध कर रहे हैं। पहले भी विरोध प्रदर्शन के दौरान दो पक्ष आमने-सामने हो गए थे। इसके बाद कांग्रेस नेता इस मामले में एफआईआर दर्ज करने और चिकित्सक का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की मांग कर रहे हैं। बुधवार को इन्हीं मांगों को लेकर अस्पताल के आगे धरना दिया गया। जिसके बाद सुबह से अस्पताल के आगे कांग्रेस नेता कूकणा और उनके समर्थक पहुंच गए। अस्पताल प्रशासन ने इस बारे में पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पांच मिनट में ही सभी को धरने से उठने का आदेश दिया। जिसे नहीं मानने पर कांग्रेस नेताओं को उठा दिया गया। जयनारायण व्यास कॉलोनी पुलिस ने गिरफ्तार करके नापासर थाने पहुंचा दिया। कूकना ने बताया कि पीडि़त परिवार को न्याय नहीं मिलेगा,तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

चिकित्सक ने रूपये मांगने के लगाएं आरोप
उधर चिकित्सक डॉ बी एल स्वामी ने कहा कि रामनिवास कूकणा,कृष्णा गोदारा,हरिराम गोदारा व एक अज्ञात 24 अगस्त को शाम सात बजे अस्पताल प्रबंधन की बिना अनुमति के चिकित्सक के चैम्बर में जबरन घुस गये और अभद्रता करने लगे। साथ ही दस लाख रूपये की मांग करने लगे। रूपये न देने की स्थिति में मुझको सोशल मीडिया के जरिये पूरे प्रदेश में बदनाम करने की चेतावनी भी दी। चिकित्सक ने मरीज की मौत को हत्या बताकर उन्हें धमकाने और उनकी छवि बदनाम करने की नीयत से रूपये मांगने का आरोप लगाया है। यह भी आरोप है कि आरोपियों ने चिकित्सक के चैम्बर के कांच तोड़ डाले तथा मरीज की रिपोर्ट फाडकर तथ्य छिपाने के प्रयास किये। वहीं अस्पताल स्टाफ से भी धक्का मुक्की की। चिकित्सक ने कहा कि यदि जांच में दोषी पाएं जाते है तो वे सजा भुगतने को तैयार है। लेकिन इस तरह रोज रोज नामजद आरोपियों द्वारा अस्पताल व अस्पताल के बाहर उत्पाद मचाने से उनको मरीजों के इलाज में बाधा डाल रहे है।