तहलका न्यूज,बीकानेर। आमतौर पर किसी न किसी बयानों या अपने स्वभाव को लेकर चर्चाओं में रहने वाले डॉ किरोडी मीणा कृष्ण सुदामा की दोस्ती की यादों को ताजा कर देंगे। ये किसी ने सोचा न होगा। जी हां बीकानेर में कुछ ऐसा ही किया कृषि मंत्री डॉ किरोडी ने। जब वे संकट से गुजर रहे अपने पुराने दोस्त के घर अचानक पहुंचे और उसकी हालत देख भावुक हो उठे। उन्होंने न केवल अपने उस दोस्त को गले लगाकर पुरानी यादों को ताजा किया। बल्कि आर्थिक मदद भी की।दरअसल बीकानेर के सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरी की पढ़ाई के दिनों का वह दौर जब देश में आपातकाल लगा था,हर तरफ डर और सन्नाटा पसरा हुआ था। उसी कठिन घड़ी में एक साधारण युवक नारायण मोदी ने दोस्ती का ऐसा फर्ज निभाया,जिसे डॉ. किरोड़ी आज भी नहीं भूल पाए। कृषि मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा को छिपाने से लेकर देखभाल करने तक,नारायण ने उस दौर में अपनी पूरी निष्ठा से मित्रता निभाई।आज वक्त ने करवट ली है। नारायण की माली हालत खराब है,अकेलापन उन्हें भीतर से तोड़ रहा है। लेकिन जैसे ही यह खबर डॉ.किरोड़ी तक पहुंची,वे बिना देर किए मित्र के दरवाजे तक पहुंचे।नारायण की आंखें छलक पड़ीं,गले लगकर कहा डॉ. साहब मेरे लिए कृष्ण जैसे हैं। सुदामा की कुटिया में पधारना आज के जमाने में बहुत बड़ी बात है। आज तो अपने भी भूल जाते हैं।डॉ.किरोड़ी ने न केवल उनकी आर्थिक मदद की बल्कि दिलासा भी दिया कि जीवन में कभी अकेले नहीं हैं। यह दृश्य देख हर किसी की आंखें नम हो गईं।राजनीति के शोर-शराबे के बीच यह मुलाकात मानो इंसानियत और दोस्ती की सबसे संवेदनशील तस्वीर बनकर उभर आई।