तहलका न्यूज,बीकानेर। छोटी काशी नाम से विख्यात धर्मनगरी बीकानेर में त्यौहार दीपावली को लेकर विगत कई दिनों से इस बार काफी भ्रम की स्थिति चल रही है।आखिर लोग दीपावली किस दिन मनाएं? इसको लेकर बीकानेर के विद्वानों द्वारा निर्णय किया गया कि इस बार 20 अक्टूबर को ही दीपावली पर्व शास्त्र सम्मत है।इस संदर्भ में स्थानीय रघुनाथसर कुंआ स्थित रघुनाथ मंदिर में बैठक आयोजित की गयी। जिसमें उपस्थित सभी विद्वानों ने एक राय होकर 20 अक्टूबर को दीपावली पर्व मनाना उचित बतलाया।गणेश पंचांगकर्ता पण्डित राजेंद्र किराडू ने बतलाया कि अधो लिखित शास्त्रीय प्रमाणो के आधार पर दीपावली 20 अक्टूबर को शास्त्र सम्मत है।दीपावली का मुख्य कर्म काल प्रदोष काल है जो कि 20 अक्टूबर को ही प्राप्त हो रहा है।अत: दीपावली 20 को मनाना ही उचित है। 20 अक्टूबर को अमावस्या दोपहर 3 बजकर 18 मिनट से प्रारम्भ होंगी जो 21 अक्टूबर को सायं 4 बजकर 48 मिनट तक रहेगी।21 अक्टूबर को प्रदोष काल में अमावस्या नहीं होने के कारण इस बार 20 अक्टूबर को दीपावली पर्व मनाना शास्त्र सम्मत है। जहां प्रदोष काल के समय अमावस्या प्राप्त हो रही है उन प्रान्तों में 21 अक्टूबर को भी दीपावली पर्व मनाया जायेगा।पण्डित किराडू ने बताया कि धर्म सिंधु,निर्णयामृत,निर्णय सिंधु,जयसिंह कल्पद्रुम,गंगासिंह कल्पद्रुम,व्रतराज,वृतार्क सहित अनेको निर्णय ग्रंथो में सप्रमाण वाक्य उदधृत है। सभा में गणेश पंचांगकर्ता पण्डित राजेंद्र किराडू,भागवताचार्य डॉ गोपाल नारायण,पण्डित मुरली पुरोहित,पण्डित श्याम सुन्दर किराडू,नारायण किराडू,सुशील किराडू,अशोक किराडू,विमल किराडू,शंकर किराडू,उमेश किराडू,गिरधर गोपाल किराडू,अबीर चंद व्यास,मिलन पुरोहित, गोपाल किराडू,कवि किराडू,अमित व्यास,करण किराडू,रमेश किराडू सहित अनेक विद्वान् उपस्थित रहे।