तहलका न्यूज,बीकानेर।जिले में दीपावली के दौरान आतिशबाजी करते हुए 100 से ज्यादा लोग झुलस गए।
हालांकि कोई भी गंभीर रूप से नहीं झुलसा, ऐसे में किसी को भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी। पीबीएम अस्पताल में डॉक्टर्स की टीम चौबीस घंटे तैनात रही, वहीं मारवाड़ जन सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने भी झुलसे हुए लोगों के इलाज के लिए विशेष इंतजाम किए।

समिति के संचालक रमेश व्यास ने बताया-पिछले दो दिन में बीकानेर के अनेक क्षेत्रों में आतिशबाजी करते हुए सौ से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। कोई सामान्य झुलसा तो कोई थोड़ा ज्यादा, लेकिन किसी को गंभीर स्थिति में अस्पताल में नहीं लाना पड़ा। ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह हल्की आग भी लगी, लेकिन कोई व्यक्ति इसकी चपेट में नहीं आया। पीबीएम हॉस्पिटल के ट्रोमा सेंटर में 3 दिन लगातार मारवाड़ जनसेवा समिति ने सेवाएं दी। लगभग तीन दिनों में 80 लोग पटाखों से जलकर ट्रोमा सेंटर पहुंचे। वहीं कुछ लोग जिला अस्पताल और आसपास के अस्पतालों में भी पहुंचे। समिति सदस्यों को डॉक्टर और अस्पताल प्रशासन ने सहयोग किया।ज्यादातर लोग अनार और चकरी से जले थे। तीन लोग पोटाश की चपेट में आने से झुलस गए, जिनका इलाज हाथों हाथ ट्रोमा सेंटर में कराया गया। शरीर के कई हिस्सों में पोटाश के कारण आग लगी। समिति की ओर से अस्पताल में रमेश व्यास,मुनीराम सोनी, चंदन ठाकुर,महेंद्र सांवरिया,महेंद्र ढाका, कालू पांडे आदि ने सहयोग दिया।