— किसानों ने की निष्पक्ष जांच की मांग

तहलका न्यूज़,बीकानेर। फर्जी गिरदावरी से सरकार को लगातार चूना लगाया जा रहा है। खेत में जो फसल नहीं है, उनके टोकन कटवा कर गलत खरीद की जा रही है। हालांकि यह सिलसिला बहुत अर्से से चल रहा है लेकिन इस फर्जीवाड़े की जानकारी होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। मजे की बात यह है कि इस भ्रष्ट कृत्य में सरकारी कारिंदे भी मिले हुए हैं।विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छत्तरगढ़ इलाके में कई खेतों में मूंगफली की फसल दिखा कर सरकार को समर्थन मूल्य पर बेची जा रही है जबकि मौके पर खेत में मूंगफली की फसल है ही नहीं, वहां ग्वार की फसल खड़ी है।छत्तरगढ़ तहसील में संसारदेसर के चक 1 केडब्ल्यूएम के मुरबा नंबर 176/4 के किसान इंद्राज पुत्र चूनाराम जाट के किला नंबर 16,22 की ऑनलाइन गिरदावरी में मूंगफली की फसल दर्ज की गई है जबकि मौके पर उक्त खेतों में ग्वार की फसल पाई गई है।इसी प्रकार मुरबा नंबर 156/63 के किसान चूनाराम पुत्र पेमाराम जाट के किला नंबर 13, 14, 19, 20 और 23 में ऑनलाइन गिरदावरी में मूंगफली की फसल दर्शा रखी थी, जबकि मौके पर किला नंबर 14 में बाजरा था तथा अन्य किलों में ग्वार की फसल पाई गई है।इस प्रकरण की जानकारी छत्तरगढ़ तहसील में आज उपखंड अधिकारी छत्तरगढ़ को तथा तहसीलदार छत्तरगढ़ को दी गई। ये गलत गिरदावरी सरकारी मूंगफली खरीद करवाने के लिए टोकन काटे गए जिससे फर्जी तरीके से मुनाफाखोरी की जा सके। इसका असर उन किसानों पर पड़ेगा, जिन्होंने वाकई में मूंगफली की फसल बो रखी है। ऐसे वास्तविक किसानों को समर्थन मूल्य पर मूंगफली बेचने का टोकन नहीं मिलता, यह उन पर कुठाराघात साबित हो रहा है।इस गिरदावरी प्रकरण में छत्तरगढ़ के उपखंड अधिकारी और तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया है। ज्ञापन के साथ प्रमाणित फोटो भी नत्थी किए गए हैं।किसान संघ के रामावतार शर्मा, छत्तरगढ़ सोसायटी के चैयरमेन हरीकिशन जोशी, सत्तासर के नंदकिशोर सुथार, देवीलाल बिश्नोई, मोहनलाल सियाग, कुलदीप बेनीवाल, एडवोकेट विमल पारीक, सुरेन्द्र शर्मा आदि ने फर्जी गिरदावरी प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की है।हालांकि उपखंड अधिकारी छत्तरगढ़ ने पटवारी टीम के साथ मौके पर जाकर जांच की है, लेकिन अभी कोई कार्रवाई नहीं की है।