

तहलका न्यूज,बीकानेर। भौतिकवादी इस युग में जहां इंसानियत से ज्यादा रूपयों को महत्व दिया जाने लगा है और कही पर मिले सामान पर नीयत खराब होते भी देर नहीं लगती। ऐसे दौर में इमानदारी आज भी जिन्दा है। जिसका जीता जागता उदाहरण महेश पारीक है। जिन्होंने सड़क पर मिले पर्स को उसके मालिक तक पहुंचाया। बताया जा रहा है कि 29 अक्टूबर को महेश पारीक को सेटेलाईट अस्पताल से चूना भट्टा जाने वाली रोड पर एक पर्स पड़ा मिला। उन्होंने इस पर्स को उठाकर चैक किया तो उसमें नकदी सहित क्रेडिट,डेबिट कार्ड के साथ अन्य दस्तावेज भी मिले। साथ ही अस्पताल की एक पर्ची भी मिली। जिसमें बाबूलाल जयपाल नाम लिखा था। महेश ने इस पर्ची के जरिये बाबूलाल के मोबाइल नंबर मुहैया किये और बाबूलाल को फोन कर उनसे इस पर्स के बारे में चर्चा की। बाबूलाल ने बताया कि उनका पर्स अस्पताल से घर जाते वक्त गिर गया था। महेश ने अपना पर्स ले जाने की बात कही। तब 30 अक्टूबर को बाबूलाल महेश के पास आएं और अपना पर्स सहित समस्त प्रकार के दस्तावेज उनसे लिए। बाबूलाल महेश की इस ईमानदारी से काफी खुश हुए तथा उन्हें धन्यवाद दिया।

