तहलका न्यूज,बीकानेर। पीबीएम अस्पताल में सुरक्षा के दावे कितने सार्थक है।इसका जीता जागता उदाहरण सामने आया है। जब ट्रोमा सेंटर में सुरक्षा व्यवस्था की पोल उस समय खुल गई,जब एक मरीज के परिजन की जेब से 25 हजार रुपए चोरी हो गए। यह घटना गुरुवार दोपहर एक्सरे रूम के पास हुई। खास बात यह कि सिर्फ एक दिन पहले ही अस्पताल प्रशासन ने ट्रोमा सेंटर का निरीक्षण कर खराब सीसीटीवी कैमरों को ठीक कराने के निर्देश दिए थे।

एक्सरे के दौरान हुई जेबकटी

कोलायत के वार्ड 13 झझू बास निवासी दीपक पुत्र विशनाराम अपनी मां मघी देवी को हाथ की तकलीफ के चलते ट्रोमा सेंटर लेकर आया था। चिकित्सक ने एक्सरे की सलाह दी।एक्सरे कराने के दौरान दीपक की पैंट की पीछे की जेब में रखे 24 हजार 100 रुपए गायब हो गए। दीपक ने बताया,”मैं पहली बार पीबीएम अस्पताल आया था। मां को दिखाने के लिए गांव से 25 हजार रुपए लेकर निकला था। कुछ राशि किराए में खर्च हुई और शेष 24 हजार 100 रुपए चोरी हो गए।”

एक्सरे के बाद चला पता
दीपक ने बताया कि जब एक्सरे खत्म हुआ और उसने जेब संभाली तो रुपए नहीं मिले।उसने तुरंत ट्रोमा सेंटर के कर्मचारियों को सूचना दी, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा।बाद में वह पीबीएम पुलिस चौकी पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई।

सीसीटीवी कैमरे लंबे समय से बंद
घटना के बाद दीपक और उसके साथ आई महिलाओं ने पीबीएम अस्पताल के सर्वर रूम में जाकर सीसीटीवी फुटेज देखने का प्रयास किया, लेकिन ट्रोमा सेंटर के सभी कैमरे बंद मिले।इस कारण चोरी की घटना कहीं कैद नहीं हो सकी। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, ट्रोमा सेंटर में सुबह आउटडोर के समय बड़ी भीड़ रहती है और एक्सरे रूम के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कमजोर रहती है।

अधीक्षक बोले…कैमरे अब चालू कर दिए

पीबीएम अधीक्षक डॉ.बी.सी.घीया ने कहा कि एक दिन पहले ट्रोमा सेंटर का निरीक्षण किया गया था और खराब कैमरों को दुरुस्त कराने के निर्देश दिए गए थे।गुरुवार शाम तक सभी कैमरे चालू कर दिए गए हैं।पुलिस चौकी के कांस्टेबल सुरेंद्र ने बताया,पीडि़त व्यक्ति ने चौकी में आकर शिकायत दी है।उसे सदर थाने में मामला दर्ज कराने को कहा गया है।ट्रोमा सेंटर के कैमरे घटना के वक्त बंद होने की बात पुलिस ने भी मानी है।