तहलका न्यूज,बीकानेर।राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आज महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाईयों के द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में महाविद्यालय में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में इसके प्रभाव के बारे में एक गोष्ठी का आयोजन किया जिसमें रासेयो स्वयंसेवकों ने अपने विचार प्रकट किए।रासेयो कार्यक्रम प्रभारी डॉ.रीतेश व्यास ने बताया कि राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर राज्य सरकार के निर्देषानुसार आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की श्रंखला में आज वंदे मातरम /150 कार्यक्रम एवं स्वदेशी संकल्प कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डॉ.व्यास ने बताया कि 07 नवम्बर से 26 नवम्बर संविधान दिवस तक आयोजित होने वाले इन कार्यक्रमों में स्वयंसेवकों का उत्साह चरम पर है तथा स्वयंसेवक स्वप्रेरणा तथा राष्ट्र के प्रति उनकी निष्ठा को प्रकट करते हुए प्रत्येक कार्यक्रम में बढचढ कर हिस्सा ले रहे है। डॉ.व्यास ने बताया कि वंदे मातरम कार्यक्रमों की श्रंखला में आज सभी स्वयंसेवकों ने आयोजित हुई गोष्ठी में वंदे मातरम के निर्माण तथा राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में उसकी भूमिका तथा वर्तमान समय में इसके प्रभाव पर अपने अपने विचार प्रकट किए।कार्यक्रम में आगे सभी स्वयंसेवकों ने स्वदेशी अपनाने हेतु संकल्प लिया तथा इस हेतु सभी स्वयंसेवकों तथा विद्यार्थियों ने स्वदेशी अपनाने हेतु शपथ ली। स्वयंसेवकों ने संकल्प लिया है सभी लोग भविष्य में स्वदेषी उत्पादों का प्रयोग अपने जीवन में अधिकाधिक करने का प्रयास करेंगे तथा आयातित सामान का कम से कम प्रयोग करने का प्रयास करेंगे।स्वयंसेवकों ने संकल्प लिया कि वे भारतीय सामानों,कृषि उत्पादों का ही प्रयोग करने का प्रयास करेंगे तथा भारतीय पर्यटक स्थानों को अधिकाधिक बढावा देने का प्रयास करेंगे। तथा अपने साथ साथ अपने आस पास के लोगों तथा परिवार और समाज में भी लोगों को इस बात हेतु प्रेरित करेंगे कि सभी लोग अधिकाधिक स्वदेशी उत्पादों का प्रयोग करें और भारतीयता को आगे बढाते हुए भारतीय भाषाओं का प्रयोग करने हेतु स्वयं के साथ साथ समाज में भी लोगों को प्रेरित करेंगे।साथ ही आज 14 नवम्बर को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व.जवाहर लाल नेहरू के जन्म जंयती पर भी स्वयंसेवकों ने उनको याद करते हुए उनके जीवन चरित्र पर अपने विचार रखे।कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.अनन्त जोशी ने स्वयंसेवकों से आह्वान किया कि सभी विधि विद्यार्थियों को अपने राष्ट्रगीत,गान,धरोहरों का सम्मान करना चाहिए।डॉ.जोशी ने कहा कि आज हमारे राष्ट्रगीत वंदेमातरम के 150 वर्ष पूर्ण हुए है तथा आजादी के संग्राम में इस गीत का प्रमुख योगदान रहा है अतः हम सभी को इस गीत तथा अन्य राष्ट्र की धरोहरों के प्रति अपना सम्मान प्रदर्षित करना चाहिए। हम सभी को देश की स्वतंत्रता में अपना योगदान देेने वाले सभी क्रांतिकारियों के प्रति कृतज्ञता अर्पित करनी चाहिए। साथ ही आज के दिन उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्व.जवाहरलाल नेहरू के जीवन वृतान्त पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने आज के विकसित भारत की नींव रखी थी और पूरे विश्व में भारत और भारतीयता का परचम फहराने का कार्य किया था।उन्होंने बताया कि स्व.नेहरू ने राष्ट्र की अखंडता,शिक्षा,स्वास्थ्य,विज्ञान,कृषि और अन्य सभी क्षेत्रों में जो कार्य किए उनके पीछे उनकी दूरदर्षिता थी कि आज भारत विश्व में लगभग सभी क्ष्ेात्रों में अग्रिम पंक्ति में खडा है।कार्यक्रम के अन्त में सभी स्वयंसेवकों ने राष्ट्रगीत वंदे मातरम का गायन कर कार्यक्रम का समापन किया।इस अवसर पर रासेयो कार्यक्रम अधिकारी डॉ.बालमुकुन्द व्यास,डॉ.प्रीति कोचर,डॉ. पीयूष किराडू,सूुनीता लूणिया,अंजुमन उस्ता,चेतना ओझा,राजश्री सुथार,राकेश रंगा,श्यामनारायण रंगा तथा महाविद्यालय के विद्यार्थी,रासेयो स्वयंसेवक उपस्थित थे।