18 सूत्री मांगों को लेकर शिक्षकों ने लगाया धरना
तहलका न्यूज,बीकानेर। राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील के प्रदेशव्यापी आह्वान पर आज 18 सूत्री मांगों को लेकर निदेशालय के आगे धरना दिया गया। प्रदेशाध्यक्ष बनाराम चौधरी की अगुवाई में दिए गये इस धरने के बाद मुख्यमंत्री,शिक्षा मंत्री,मुख्य सचिव और शिक्षा सचिव के नाम निदेशक को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण करने, माध्यमिक शिक्षा में लेवल-1 और लेवल-2 के पद भरने, लेवल-2 के संस्कृत विषय पद सृजित करने, क्रमोन्नत विद्यालयों में विभिन्न पदों की वित्तिय स्वीकृति प्रदान करने, सभी संवर्गों की डीपीसी करने, पीडी मद का वेतन समय पर जमा कराने, शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने समेत अनेक मांगों को पूरी करने की मांग कर रहे है। साथ ही अनेक शिक्षक समस्याओं पर विचार विमर्श कर सक्षम स्तर से समाधान करवाने की बात भी कही गई। धरने को प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुभाष आचार्य,प्रदेश महामंत्री यतीश वर्मा, जिलाध्यक्ष आनंद पारीक ने संबोधित करते हुए कहा कि बताया कि समय रहते शिक्षकों की वाजिब मांगो का निस्तारण नहीं किया गया तो आगे प्रदेश व्यापी आंदोलन किया जायेगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन व राज्य सरकार की होगी।
मंत्रालयिक कर्मचारियों का जारी है आन्दोलन
तहलका न्यूज,बीकानेर। राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ से जुड़े मंत्रालयिक कर्मचारी संगठनों के आह्वान पर राजस्व कर्मचारियों को छोड़कर 10 अप्रैल से सामूहिक अवकाश पर चले गए। सरकार ने बजट में मंत्रालयिक कर्मचारियों की प्रमुख मांगों पर कोई सकारात्मक घोषणा नहीं करने से प्रदेश के एक लाख मंत्रालयिक कर्मचारियों में नाराजगी पनप रही हैं। हड़ताल के कारण कलेक्ट्रेट, शिक्षा विभाग, अल्पसंख्यक मामलात विभाग, महिला बाल विकास विभाग, जिला परिषद, परिवहन विभाग, रजिस्ट्रार ऑफिस, राजस्व न्यायालय सहित अन्य विभागों के कई कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर होने से कामकाज बंद रहा है। जिला कलक्टर कार्यालय के मंत्रालयिक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अशोक सिंह ने बताया कि मंत्रालयिक कर्मचारियों की हड़ताल के चलते जिलास्तर से लेकर उपखंड स्तर के सभी विभागों के मंत्रालयिक कर्मचारी अपनी ग्यारह सूत्री मांगों को लेकर 10 अप्रैल से सामूहिक अवकाश पर हैं। वर्षों से चल रही मांगों पर सरकार द्वारा कोई आदेश नहीं होने से कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त हैं। उन्होंने कहा कि ने कहा कि कर्मचारियों ने द्वितीय पदोन्नति के पद सहायक प्रशासनिक अधिकारी को ग्रेड पे 4200 करने, एक नया पदोन्नति का पद उप निदेशक प्रशासन ग्रेड पे 8700 में सृजित करने, कनिष्ठ एवं सहायकों के काटे गए पदों को बहाल करने, कनिष्ठ सहायक का आरंभ वेतन 25500 करने व योग्यता स्नातक करने, पंचायती संस्थाओं के कार्मिकों को भी राज्य कर्मचारी मानते हुए अन्य विभागों के समान पदोन्नति जैसी 11 मांगों को लेकर 14 सितंबर 2021 को हुए समझौते को लागू नहीं करने तक आंदोलन जारी रहेगा।
बीकानेर के कलाकारों की फिल्म ‘कान्हाÓ को मिला दादा साहब फाल्के पुरस्कार
संगीतकार गायक नीतिन तिवारी और निर्माता निर्देशक मानसी दाधीच माहुर ने किया गौरान्वित
तहलका न्यूज,बीकानेर। नोएडा में रविवार को बीकानेर के लिए दिन बहुत खास रहा, जहां बीकानेर के कलाकारों से रची, बनी लघु फिल्म कान्हा का चयन दादा साहब फाल्के पुरस्कार की सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार के लिए किया गया है। गत 30 अप्रैल, 2023 को नोएडा में 13वां दादा साहब फाल्के फिल्म फेस्टीवल आयोजित हुआ था। इसका निर्माण और निर्देशन बीकानेर की दोहिती और वर्तमान में बैंगलुरु निवासी मानसी दाधीच माहुर द्वारा किया गया है। इस फिल्म में मुख्य भुमिका में प्रियंका सिंह, अंशुलिका कपूर के साथ बाल कलाकार के रूप में राधिका दाधीच पुत्री डॉ.अभिषेक दाधीच, मांडवी दाधीच पुत्री अनिरुद्ध दाधीच एवं दिव्यांशी दाधीच पुत्री आनन्द दाधीच आदि के साथ साथ सतीशचंद्र, अनिरुद्ध एवं आनन्द दाधीच ने भी अपनी कला का प्रदर्शन किया। फिल्म में बीकानेर के ही सुप्रसिद्ध गायक व संगीतकार नितिन तिवाड़ी ने संगीत दिया है और उनके द्वारा गाये गए भजन ‘उठो म्हारा बालमुकुन्दाÓ की अत्यंत सराहना की गई जो उन्हीं पर फिल्माया गया था। बीकानेर दाधीच ब्राह्मण समाज के विश्वनाथ दाधीच ने बताया कि ये समाज के लिये अत्यंत गौरव का क्षण है जब समाज के योगदान को अखिल भारतीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। इस फिल्म का प्रीमियर जल्दी ही बीकानेर में किया जायेगा जिसमें निर्माता, निर्देशक और कलाकार मौजूद रहेंगे।
एसीबी के महानिरीक्षक का बीकानेर दौरा
तहलका न्यूज,बीकानेर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पुलिस महानिरीक्षक सवाई सिंह गोदारा ने आज बीकानेर का दौरा किया। उन्होंने बीकानेर सम्भाग के चारो जिलों के अधिकारियों की बैठक ली और उन्हें भ्रष्टाचार की शिकायतों के शीघ्र निवारण के निर्देश दिए। बैठक में कुछ केस पर डिस्कस हुआ। कुछ पुराने केसों को डिस्पोजल करने में आ रही दिक्कतों को दूर करने के सुझाव दिए गए।गोदारा ने कहा कि भष्टाचार निरोधक ब्यूरो भ्रष्ट कर्मचारियों-अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ-साथ सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को भी सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में जानकारी दे रहा है। गोदारा ने प्रेसवार्ता में कहा कि राज्य सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टोलरेंस नीति है और एसीबी इसे लागू करने के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की लोक कल्याण कारी योजनाओं को लागू करने में कुछ कर्मचारी भ्रष्टाचार करते हैं, राजस्व प्राप्ति विभाग में कुछ लोग गडबड करते हैं और जनता से जुडे विभागों के लोकसेवकों के खिलाफ भी भष्टाचार की शिकायते आती रहती है।ं एसीबी उन शिकायतो ंके आधार पर या खुद अन्वेषण करके भी कार्रवाई की जाती है, जिससे पारदर्शी शासन सुनिश्चित किया जा सके।