तहलका न्यूज,बीकानेर। स्थानीय श्री जैन स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आज भारत में नकद विहीन अर्थव्यवस्था की उभरती प्रवृत्तियां विषयक एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में देश के भिन्न-भिन्न विश्वविद्यालयों, विशेष कर दिल्ली विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय शिमला विश्वविद्यालय, राजकोट विश्वविद्यालय अरुणाचल प्रदेश विश्वविद्यालय आदि के वक्ताओं ने भाग लिया। राजस्थान के भिन्न-भिन्न जिलों में स्थित महाविद्यालयों से लगभग 193 सहभागियों ने दो तकनीकी सत्रों में अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये।
संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए डॉ. बी. डी. कल्ला ने नकद विहीन लेनदेनों का आज के समय की माँग बताया। उन्होंने कहा कि इन डिजिटल लेनदेनों काले धन पर रोक लगेगी और इससे देश में आयातो में कमी होगी और तुरन्त भुगतान से निर्यात बढ़ेंगे परिणाम स्वरूप देश के विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि होगी। कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र चौधरी ने संगोष्ठी में पधारे हुए सभी अतिथियों व सहभागियों का स्वागत व अभिनन्दन किया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. शिवराम सिंह झाझडिय़ा ने इस संगोष्ठी में
परिचर्चा हेतु रखे जाने वाले विभिन्न विषयों की जानकारी दी। की-नोट स्पीकर के रूप में दिल्ली विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग के प्राध्यापक डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह ने बताया कि नकद विहीन लेनदेनों का अनुपात दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। यद्यपि देश में अभी तक डिजिटल लेन-देनों के लिए उपयुक्त अन्त संरचना का अभाव है। संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए संस्था के अध्यक्ष विजय कुमार कोचर ने डिजिटल लेन-देनों में आने वाली बाधाओं को इंगित किया। संस्था सचिव माणकचन्द कोचर ने डिजिटल लेन-देनों के परिणामस्वरूप कर संग्रहण पर पढऩे वाले प्रभावों पर प्रकाश डाला।संगोष्ठी के प्रथम तकनीकी सत्र में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य प्रबंधक सुमित शाह व सहायक प्रबंधक श्री पाई. एन. व्यास ने डिजिटल लेन-देनों में होने वाली विभिन्न धोखाधड़ी व उनके रोकने के उपायों पर प्रकाश डाला।
द्वितीय तकनीकी सत्र में नकद हीन अर्थव्यवस्था की तरफ बढ़ती प्रवृत्तियों पर चर्चा करते हुए इस व्यवस्था में छापन्न होने वाली समस्याओं व चुनौतियों को रेखांकित किया। संगोष्ठी के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए डॉ. राकेश हर्ष क्षेत्रीय सहायक निदेशक कॉलेज शिक्षा, राजस्थान ने डिजिटल लेन-देनों की विशेषताओं पर प्रकाश डाला। विशिष्ट अतिथि मोहन सुराणा, भाजपा जिला महामंत्री बीकानेर ने अपने उद्बोधन में डिजिटल लेन-देनों के लाभों का विस्तृत उल्लेख किया। संगोष्ठी के समापन में संयोजक डॉ. सुशील कुमार देवा तथा सतपाल मेहरा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।अंत में महाविद्यालय के छात्र संघ कार्यालय का मुख्य अतिथियों द्वारा फीता काटकर उद्घाटन किया गया व छात्र संघ पदाधिकारियों को प्रतीक चिह्न देकर संस्था के विकास में सहयोग देने की प्रशंसा की गई। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी स्टॉफ सदस्यों को रफी अहमद,डॉ. कृष्ण कुमार खत्री,विनोद बालानी,डॉ वन्दना शुक्ला,डॉ. भारती सोंखला,डॉ. सीमा जैन,डॉ राजेश कुमार रांकावत,श्रीमती अल्पना शर्मा,विकास सोनी,कपिल व्यास,सुशील कुमार गुजराती,अनिल तंवर आदि ने संगोष्ठी की सफलता पर खुशी जाहिर की।