तहलका न्यूज,बीकानेर। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करवाने की तैयारियों को चुनावी रंग देने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि हम अपना काम कर रहे हैं, राजस्थान की जनता इस आधार पर वोट दें या ना दें,ये उनका अधिकार है। गडकरी ने सोमवार को यहां जामनगर-अमृतसर एक्सप्रेस वे का निरीक्षण किया, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। गडकरी ने राजस्थान से जुड़े दर्जनों प्रोजेक्ट्स के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जामनगर-अमृतसर एक्सप्रेस वे बनने से 23 घंटे की दूरी महज 12 घंटे में पूरी हो जाएगी। बीकानेर से नागौर, जोधपुर ही नहीं बल्कि अब कुल्लु मनाली तक जाना भी आसान हो जाएगा। ये ही एक्सप्रेस वे आगे जाकर राजस्थान को हिमाचल प्रदेश से जोड़ देगा। उन्होंने बताया कि राजस्थान में अनेक प्रोजेक्ट्स आने वाले दिनों में पूरे होने वाले हैं।गडकरी ने कहा कि अमृतसर एक्सप्रेस हाईवे के निर्माण से बीकानेर सहित इससे सटे अनेक जिलों को इसका लाभ मिलेगा। न केवल यातायात सुगम व सहज होगा बल्कि पर्यटन को भी पंख लगेंगे। उन्होंने कहा कि यह कोरिडोर मापदंड के अनुरूप तैयार किया गया है। इसमें किसी प्रकार की कोई खामी नहीं है। मुझे खुशी है कि गुणवत्ता परक बने इस हाईवे ने राजस्थान में एक नया इतिहास लिखा है। जल्द ही पीएम नरेन्द्र मोदी से आमजन के लिये इसको समर्पित किया जाएगा।
जोधपुर में थ्री लेयर पुल बनेगा
गडकरी ने बताया कि जोधपुर में थ्री लेयर पुल बनाने की तैयारी हो रही है। जिसके तहत सबसे नीचे यातायात चलेगा, दूसरे पर भारी वाहन चलेंगे और तीसरे पर मेट्रो ट्रेन चल सकेगी। इस योजना को तैयार किया जा रहा है। जोधपुर से पहले ऐसा पुल गडकरी के लोकसभा क्षेत्र नागपुर में ही बना हुआ है।
जयपुर से दिल्ली दो घंटे में
गडकरी ने बताया कि दिल्ली से जयपुर के बीच बनने वाले राजमार्ग और एक्सप्रेस वे से महज दो घंटे में जयपुर और दिल्ली की दूरी तय हो सकेगी। इसके लिए भी काम युद्धस्तर पर चल रहा है। देश के कई हिस्सों को आपस में जोडऩे के लिए दिल्ली से कई बड़े शहरों की यात्रा का समय कम कर दिया गया है।
हम साधु संत नहीं
गडकरी से पूछा गया कि इन कार्यों के लोकार्पण की तारीख हमेशा विधानसभा या लोकसभा चुनाव के नजदीक ही क्यों होती है? कहीं ये विधानसभा चुनाव में फायदा उठाने का प्रयास तो नहीं है? इस पर गडकरी ने कहा कि हम साधुसंत तो है नहीं। जो काम करते हैं, उसका लाभ भी लेना चाहते हैं। वैसे हमारा प्रयास काम करने का है, इस पर वोट देना या ना देना राजस्थान की जनता का अधिकार है।
टायर का स्टेंडर्ड बढ़ाना होगा
गडकरी ने कहा कि टायर की क्वालिटी अच्छी होने से ही एक्सीडेंट रुक सकते हैं। उन्होंने माना कि नए हाईवे, एक्सप्रेस वे, ग्रीन कॉरिडोर बनने से वाहनों की गति बढ़ी है, इससे एक्सीडेंट भी हो रहे हैं। हमें आने वाले समय में अपने टायर का स्तर भी सुधारना होगा। इंटरनेशनल स्टेंडर्ड का उपयोग करना होगा।
पहले हनुमानगढ़ पहुंचे थे गडकरी
आज एक दिवसीय दौरे पर राजस्थान आए गडकरी सुबह हनुमानगढ़ पहुंचे, जहां राजस्थान राज्य में राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना का शिलान्यास किया। इसके बाद विशेष विमान से बीकानेर के बीएसएफ हेडक्वार्टर पहुंचेंगे। गडकरी ने यहां अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस हाइवे का निरीक्षण किया। उन्होंने140 की स्पीड से इस एक्सप्रेस हाइवे पर करीब पच्चीस किलोमीटर की यात्रा की
बॉर्डर पर सशक्त मार्ग
राजस्थान के पाक से सटे सीमा क्षेत्र से कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए बने बीकानेर-सूरतगढ़ 2 लेन पेव्ड शोल्डर का लोकार्पण भी केंद्रीय मंत्री गडकरी किया। इससे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पहुंचना सुगम होगा। राजस्थान और पंजाब के बीच सफर भी पहले से ज्यादा आसान हो जाएगा। कृषि उत्पादों को मंडी तक पहुंचाने के लिए अब रास्ता आसान रहेगा। इसके अलावा बीकानेर से नागौर के बीच भी दो लेन पेव्ड शोल्डर का निर्माण हुआ है। इससे नागौर और बीकानेर के बीच मार्ग और सुगम हो जाएगा। इसके अलावा फतेहपुर से झुंझुनूं के बीच नया मार्ग बनने से भी बीकानेर से जुड़ाव बढ़ जाएगा।
भाजपा नेता हुए सक्रिय
भाजपा नेता गडकरी की यात्रा को लेकर सक्रिय हो गए हैं। शहर भाजपा अध्यक्ष विजय आचार्य ने बताया कि गडकरी दोपहर बाद बीकानेर आएंगे। वो स्थानीय कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात करेंगे। शहर और देहात के पदाधिकारी उनका स्वागत करेंगे। गडकरी के साथ निरीक्षण करने वालों में लूणकरनसर विधायक सुमित गोदारा, भाजपा नेता जतिन सहल और मनीष सोनी भी थे। नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई सुबह हनुमानगढ़ में और शाम को नौरंगदेसर में गडकरी के साथ रहे।
बिहारी को बुलाया मंच पर
लूणकरनसर विधायक बिहारीलाल बिश्नोई नौरंगदेसर में आयोजित कार्यक्रम में जनता के बीच बैठे थे। जिन्हें गडकरी ने ही बाद में मंच पर बुलाकर अपने पास बिठाया। जब प्रेस से मिलने का कार्यक्रम संपन्न हुआ तो गड़करी ने बिहारी लाल को उलाहना दिया कि वो दूर क्यों बैठे?