तहलका न्यूज,बीकानेर। आम तौर पर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले आपदा प्रबंधन मंत्री गोविन्द राम मेघवाल ने आज फिर प्रदेश की राजनीतिक गलियारों में नई चर्चा खड़ी कर दी है। शगुन पैलेस मे आयोजित कांग्रेस के जिला स्तरीय पदाधिकारियों की बैठक में आपदा प्रबंधन मंत्री ने भाजपा द्वारा प्रदेश की सरकार को गिराने के लिये उनसे खरीद फरोख्त की बात उजागर की। उन्होंने कहा कि मेरे पास भी फोन आया था कि पैसों में पशु बिकते है,इंसान नहीं। मैं इस बात को यहां चर्चा का विषय नहीं बनाना चाहता। लेकिन उनके इस बयान ने हकीकत में एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में सुगबुगाहट शुरू कर दी है। गौरतबल रहे कि मेघवाल पहले भी अपने इस तरह के बयानों से खासे सुर्खियों में रह चुके है।मेघवाल ने ये भी कहा कि हमारा सौभाग्य है कि अशोक गहलोत हमारे मुख्यमंत्री हैं, इसलिए सरकार बच गई।
जो सीधे मंत्री बने उनकी जिम्मेदारी ज्यादा
गोविंद राम ने कहा, बीकानेर से सरकार ने तीन मंत्री बनाए हैं। तीन ही जीते थे। कुछ और मंत्री स्तर के पद दिए हैं। ऐसे में जो सीधे मंत्री बने हैं, उनकी आगामी चुनाव में जिम्मेदारी ज्यादा है। उन्हें ज्यादा मेहनत से लगकर इस बार सरकार रिपीट करवाने में सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि एकजुट होकर काम करें।
सह प्रभारी भी उपस्थित
इस मीटिंग में प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी काजी निजामुद्दीन भी मौजूद रहे। उन्होंने भी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, बीजेपी हर कहीं लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास करती है। कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गोवा में वो ऐसा कर चुकी है। हर जगह विधायकों की खरीद-फरोख्त करके सरकार बनाती है। गोवा में तो हमारा बहुमत था, फिर भी भाजपा ने सरकार बनाई। भाजपा की ये ही नीति है कि जैसे-तैसे सरकार बना लो। हमारे विधायक और नेता मजबूती से डटे रहेंगे तो भाजपा का ये प्रयास सफल नहीं होगा।
रिकाॅर्डिंग पर चुप रहे एआईसीसी सचिव
बाद में कांग्रेस सचिव काजी निजामुद्दीन ने रिकॉर्डिंग वाले मामले से पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने कहा, उनसे बात हुई है तो ये जांच का विषय है। वे ही बता सकेंगे।
गहलोत के पक्ष में पहले भी दे चुके बयान
गहलोत और सचिन पायलट विवाद के बीच गोविंद राम पहले भी गहलोत के पक्ष में बयान दे चुके हैं। सितम्बर 2022 में भी वे कह चुके हैं कि अगर अशोक गहलोत को हटाकर किसी को मुख्यमंत्री बनाया तो हम सभी विधायक इस्तीफा दे देंगे और मध्यावधि चुनाव के लिए भी तैयार रहना चाहिए। वे यह भी कह चुके हैं कि अशोक गहलोत मुख्यमंत्री नहीं होते तो हम मंत्री नहीं बनते।