तहलका न्यूज,बीकानेर। जब से भाजपा का बोर्ड बना है,तब से महापौर और अधिकारियों के बीच समन्वय नहीं बैठ रहा है। जिससे निगम राजनीति का अखाड़ा बनकर रह गया है। नगर निगम में अधिकारियों व महापौर के बीच विवाद का एक ओर मामला सामने आया है। जिसको लेकर निगम के दीनदयाल ऑफिस में माहौल गर्मागया और बात तू-तडाके तक जा पहुंची। बताया जा रहा है कि कमरे के आवंटन को लेकर सचिव हंसा मीणा व महापौर सुशीला कंवर में विवाद पैदा हो गया। सचिव मीणा अधिकारियों के आदेशों की दुहाई देकर उसी कमरे में बैठने की जिद्द पर अड़ी रही तो महापौर ने उन्हें अन्य कमरे में जाने के लिये कहा। इस बीच दोनों में काफी देर बहसबाजी भी हुई। घटनाक्रम की जानकारी मिलने के बाद भाजपा के पार्षदों सहित कांग्रेस व निर्दलीय पार्षद भी मौके पर पहुंच गये और सचिव की इस हरकत का विरोध करते हुए धरने पर बैठ गये। पार्षदों ने सचिव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। महापौर का आरोप है कि सचिव जनप्रतिनिधियों का सम्मान नहीं कर रही है। ऐसे में उनसे क्या उम्मीद की जा सकती है कि वो जनता का काम करेगी। गौर करने वाली बात यह है कि महापौर का अधिकारियों से तालमेल नहीं बैठ रहा है। पूर्व में भी सचिव हंसा मीणा से महापौर की खटपट हो चुकी है। इससे पहले भी आयुक्त रहे गोपालराम बिरदा,पंकज शर्मा पर भी असहयोग के आरोप के चलते अनबन के हालात बने रहे। जिससे निगम का कामकाज प्रभावित हो रहा है। उधर सभी पार्षदों ने जिला कलक्टर से मुलाकात कर तुरंत हंसा मीणा को निलंबित करने की मांग रखी और जब तक मीणा को पद से नहीं हटाया जाता तब तक हम यहां से नहीं जाएंगे। इस दौरान पार्षदों ने उनकी रिकार्ड भी सुनवाई।आरोप है कि मीणा पट्टा वितरण में गड़बड़ी के बाद अब दूसरे कार्यों में भी अड़ंगे लगा रही है। वहीं पार्षदों का आरोप है कि मीणा किसी भी काम को अंजाम तक नहीं पहुंचने दे रही। महापौर और सचिव के बीच विवाद अर्से से चल रहा है। ये दूसरी बार है जब दोनों आमने सामने हुए थे। मेयर और पूर्व आयुक्त के बीच भी विवाद रहा। बाद में एक मामले में तत्कालीन आयुक्त फंस गए और उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। अब महापौर और सचिव भी निगम के कामकाज की प्रणाली को लेकर नाराज हैं। मीणा से पहले ही नाराज चल रहे पार्षदों को अपना गुस्सा उतारने का अवसर मिल गया। भाजपा के साथ कांग्रेस के पार्षद भी मीणा के विरोध में मेयर के समर्थन में आ गए हैं।
सचिव का कार्यभार उपायुक्त
उधर निगम आयुक्त ने हंसा मीणा का कार्यभार निगम के उपायुक्त को सौंप दिया गया है।