तहलका न्यूज,बीकानेर।ज्योतिषाचार्य, गणेशपंचांगकर्ता पंडित स्वर्गीय बाबू लाल किराडू ’’शास्त्री’’ ज्योतिष बोध संस्थान की ओर से गुरुवार को रघुनाथसर कुआं के पास स्थित रघुनाथजी के मंदिर में 40 दिवसीय ’’वैदिक संध्या, दुर्गा सप्तशती’’ पाठ प्रशिक्षण शिविर का समापन को प्रशिक्षणार्थियों की सस्वर सामूहिक पाठ, प्रशिक्षकों, प्रशिक्षणार्थियों, ज्योतिष व कर्मकांड पंडितों का सम्मान किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाज सेवी देव किशन चांडक, विशिष्ट अतिथि भागताचार्य व इंटक नेता रमेश व्यास व नगर विकास न्यास के पूर्व अभियंता श्रीलाल जोशी थे। अध्यक्षता शिविर संयोजक पंडित राजेन्द्र किराडू शास्त्री ने की । शिविर में 20 कन्याओं सहित 125 प्रशिक्षणार्थियों ने हिस्सा लिया। समारोह में अशोक कुमार ओझा उर्फ राजा बाबू नानकाणी व अशोक ओझा चौथाणी व शिविर के मुख्य प्रशिक्षक प्रहलाद व्यास, समाज सेवी देव किशन चांडक, वरिष्ठ सांस्कृतिक मीडियाकर्मी शिव कुमार सोनी सहित पांच पत्रकारों का सम्मान शॉल, श्रीफल, दुपट्टा व साफा और प्रशस्ति पत्र से तथा शिविर में परोक्ष-अपरोक्ष रूप से सहयोग करने वालों का सम्मान किया।भागवताचार्य पंडित रमेश व्यास ने कहा कि काम करों ऐसा की नाम हो जाए। हमें अपनी संस्कृति, वैदिक संस्कारों को ग्रहण करते हुए नाम करना है। पंडित अशोक ओझा नानगाणी उर्फ राजाबाबू ने कहा कि वर्तमान के संक्रमण काल में इस तरह के वैदिक व उच्च संस्कार व शिक्षा देने वाले कार्यक्रम नियमित होते रहने चाहिए। बुजुर्गों का दायित्व है कि वे युवा पीढ़ी को संध्या वंदन, शिखा आदि के महत्व को बताते रहे। पंडित अशोक कुमार ओझा चौथानी कहा कि जनेऊ, शिखा व ब्राह्मणत्व और सनातन धर्म की पहचान को कायम रखने में युवा पीढ़ी शर्म नहीं करें, गर्व के साथ अपने धर्म का पालन करते हुए कर्म करें। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पंडित राजेन्द्र किराडू शास्त्री ने कहा कि वेद पुराणों व शास्त्रों में विभिन्न तरह के रोग, शोक, चिंता व कष्टों को दूर करने के लिए अनेक मंत्र विद्यमान है। इन मंत्रों का सही तरह से जाप करने से सुख, सम्पति व समृद्धि की प्राप्ति होती है। पंडित बाबू लाल किराडू शास्त्री के आशीर्वाद से इस तरह के शिविर आयोजित किए गए।अतिथियों, प्रशिक्षणार्थियों आदि का सम्मान राजेन्द्र किराडू, समाज सेवी देव किशन चांडक, अशोक ओझा चौथाणी, अशोक ओझा नानगाणी, पंडित श्रीलाल जोशी, अशोक किराडू,लक्ष्मीनारायण पुरोहित, गोपाल जोशी, रमेश व्यास, पूनम व्यास, गोपाल किराडू, विमल किराडू, पंडित अशोक कुमार किराडू, मुरलीधर पुरोहित, उमेश किराडू, देवकी नंदन व्यास, दामोदर किराडू व जुगल जोशी ने प्रशिक्षणार्थियों को सम्मानित किया।