तहलका न्यूज,बीकानेर। चार दिन पहले खाजूवाला में एक युवती से गैंगरेप की घटना में कांग्रेसी नेताओं व मंत्रियों द्वारा पीडि़त परिवार के प्रति सांत्वना जताते हुए धरना स्थल पर न पहुंचने और किसी प्रकार की घटना को लेकर संवेदना प्रकट न करने से आहत होकर देहात महासचिव सीताराम नायक ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। नायक ने प्रेस वार्ता में कांग्रेस के क्षेत्रिय विधायक व मंत्री गोविन्दराम मेघवाल सहित सरकार के मुखिया पर भी आरोप लगाएं। उन्होंने कहा कि अनेक बार पत्र के माध्यम व व्यक्तिगत आग्रह के बाद भी खाजूवाला में न तो अवैध खनन रूका और न ही अपराध। थानों में बंदी का खेल चरम पर है। जिससे पीडि़तों की सुनवाई नहीं हो रही है। नायक ने कहा कि खाजूवाला प्रकरण में अभी तक कांग्रेस के एक भी नेता व मंत्री ने संवेदना तक व्यक्त नहीं की और ना ही पीडि़त परिवार से मिले,जबकि घटनाक्रम से महज आठ किलोमीटर दूर क्षेत्र के विधायक व सरकार में दलित मंत्री गोविंद राम मेघवाल सरकार की उपलब्धियां गिनाते नजर आ रहे है। यही नहीं, सरकार में जिले के पांच-पांच मंत्री है जिसमें कोई राज्य तो कोई केबिनेट मंत्री है, लेकिन बड़े की दुख की बात है कि एक भी मंत्री धरनास्थल पर नहीं पहुंचा, पीडि़त परिवार के आंसू पौंछने के लिए एक भी नहीं पहुंचा। दिखावे के लिए केवल सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपनी संवेदना प्रकट की। इससे जाहिर होता है कि कांग्रेस पार्टी अनुसचित जाति व जनजाति, ओबीसी व अल्पसंख्यक को केवल अपना वोट बैंक समझ रही है।

इन पदों पर रह चुके है नायक
नायक बताते है कि मैंने राजनैतिक सफर की शुरूआत कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई से की तथा 2008 से 2023 तक लगातार कांग्रेस की रीति व नीति को ग्रामीण अंचल की गांव-ढाणी तक पहुंचाने का प्रयास किया। इसके अलावा एनएसयूआई यूथ कांग्रेस सेवादल व देहात कांग्रेस में रहकर हमेशा कांग्रेस पार्टी की सेवा की। सेवाद में जिला मुख्य संगठक, यूथ कांग्रेस में महासचिव व देहात कांग्रेस में महासचिव रहकर पिछले भाजपा शासन में विपक्ष में रहकर भाजपा के कुशासन का विरोध किया व देश के सबसे बड़े दलित आंदोलन जो पिछले भाजपा शासन में नोखा में एक दलित छात्रा के साथ दुष्कर्म करके हत्या कर दी थी। उस प्रकरण को हम लोगों ने उठाया व कांग्रेस ने भरपूर तरीके से विपक्ष की भूमिका निभाई।

अगस्त 22 के बाद से अपने स्टेसस से हटाया कांग्रेस का लोगो
नायक के विरोधी बताते है कि नायक का इस्तीफा महज स्टंट है। उन्होंने तो अगस्त 22 से ही कांग्रेस से दूरी बनाकर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से कांग्रेस का लोगो वगैरह हटा लिया था। यहीं नहीं उनके बधाई व शुभकामना संदेशों में भी कही भी कांग्रेस के पद या कद का जिक्र नही होता था। ऐसे में अब वो कांग्रेस से इस्तीफे की बात कर रहे है। जो बेमानी सी लगती है।