तहलका न्यूज,बीकानेर। मणिपुर में हो रही जातीय हिंसा और महिला उत्पीडऩ के खिलाफ लगातार प्रदर्शन हो रहे है। इसी कड़ी में आज शहर-देहात कांग्रेस की ओर से पैदल मार्च निकालकर रोष जताया गया। गांधी पार्क से होते हुए हुए कांग्रेसजन कलेक्ट्रेट पहुंचे। कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने केंद्र में बैठी भाजपा सरकार खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन में ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी,प्रभारी जगदीश जांगिड़,सह प्रभारी प्रदेश महासचिव शिमला नायक,शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत,देहात अध्यक्ष बिशनाराम सियाग,प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेन्द्र बेनीवाल सहित कांग्रेस के कार्यकर्ता शामिल हुए। प्रदर्शन के बाद पार्टी पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा।
नहीं दिखा उत्साह की रस्म अदायगी
कांग्रेस के प्रदर्शन में किसी प्रकार का उत्साह देखने को नहीं मिला। जहां शहरी क्षेत्र से संख्या न के बराबर रही। वहीं देहात से भी भीड़ नहीं जुट पाई। हालात यह रहे कि तीस पार्षद भी पूरे नहीं पहुंचे। इतना ही नहीं पार्टी की ओर से घोषित जंबो कार्यकारिणी के अनेक चेहरे गायब मिले।
मूकदर्शक बनी है केन्द्र सरकार
प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों के समक्ष बातचीत में केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए शिमला नायक ने कहा कि बीते दो माह के अधिक समय से मणिपुर प्रदेश में जातीय हिंसा में बड़ी संख्या में लोग अपना जीवन और संपत्ति खो चुके हैं। मणिपुर में भाजपा की डबल इंजन सरकार है। लेकिन भाजपा की डबल इंजन सरकार होने के बावजूद केंद्र व राज्य सरकार की अकर्मण्यता के कारण प्रदेश में आदिवासी महिला और अल्पसंख्यक समुदायों पर अत्याचार हो रहे हैं। महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामलें रोज उजागर हो रहे है, लेकिन देश के प्रधानमंत्री मूकदर्शक बने बैठे है। नायक ने रोष जताते हुए कहा कि मणिपुर राज्य में हो रही हिंसा पर ना तो संसद में चर्चा की जा रही है ना ही जनता के सवालों का जवाब केंद्र सरकार के पास है। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ आज कांग्रेस ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है।