तहलका न्यूज,बीकानेर। इस वर्ष होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर प्रमुख राजनीतिक दलों में प्रत्याशियों को लेकर मंथन का दौर शुरू हो गया है। दोनों ही दल अपने अपने स्तर पर अन्दुरूनी सर्वे करवाकर जीताउ उम्मीदवार की तलाश में जुट गये है। वहीं रालोपा,आप जैसी पार्टियां कांग्रेस-भाजपा के प्रत्याशी चयन पर पैनी नजर बनाएं हुए है। हालात यह है कि जहां कांग्रेस बीकानेर पूर्व में ऐसे चेहरे की तलाश कर रही है और जीत के अकाल को मिटा सके। तो भाजपा बीकानेर पश्चिम में शिक्षा मंत्री डॉ बी डी कल्ला के जीत के कदमों पर विराम लगाने की फिराक में है। ऐसे में कई नए चेहरों पर दावं की बात भी सामने आ रही है। विश्वस्त सूत्रों की माने तो बीकानेर पश्चिम में भाजपा नये चेहरे की खोज में लग गई है और नये चेहरे को लेकर सर्वे का काम भी करवा चुकी है। बताया जा रहा है कि अब तक हुए सर्वे में अधिकांशत गोकुल जोशी,विजय आचार्य जैसे सरीखे नेताओं के नाम सामने आ रहे है। तो अविनाश जोशी व जेठानंद व्यास भी इस सर्वें में पार्टी की विचारणीय लिस्ट में शामिल है। जानकारी मिली है कि 1992 व 2008 के चुनाव में चौकाने वाले नाम सामने लाने वाली भाजपा ने एक युवा नेता के अरूण आचार्य के बारे में भी सर्वे करवाया है। राजनीतिक जानकारों की माने तो पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में भाजपा एक बार फिर चौकानें वाला नाम सामने ला सकती है। ऐसी भी संभावना जताई जा रही है कि दल बदलकर आएं किसी नेता पर भी भाजपा दावं खेल सकती है। फिलहाल टिकट के दावेदार अभी कई तरह के गुणा भाग लगा रहे है। किन्तु दोनों ही पार्टियों का एक मात्र मिशन जीताउ उम्मीदवार को ही टिकट देने की रणनीति है। अब देखना यह है कि भाजपा की दो बार चौकानें वाले नामों से मिली जीत की रणनीति फिर से अपनाएगी या इस बार पार्टी का पाला बदलकर आने वाले को वरियता देगी।

पूर्व में भी कांग्रेस के लिये जीत की चुनौती
उधर बीकानेर पूर्व में भी कांग्रेस अपनी पहली जीत की तलाश में है। यहां से तीन बार अलग अलग समाज के प्रत्याशी बदलकर जीत की आस लगाएं बैठी कांग्रेस के सर्वें में एक बड़ी बात सामने आई है। कि सिद्विकुमारी को अगर चुनावी मात देनी है तो उन्ही के समाज से प्रत्याशी बनाएं जाएं। हालांकि कांग्रेस के अन्दुरूनी सर्वे में उर्जा मंत्री भंवरसिंह भाटी सहित कुछ युवा नेताओं के नामों को लेकर चर्चाएं की है। परन्तु यहां से कांग्रेस बीकानेर पश्चिम की तरह नया चेहरा ही सामने लाने की सोच रही है। इसको लेकर बीकानेर होलसेल भंडार के नवनिर्वाचित अध्यक्ष नगेन्द्रपाल सिंह शेखावत,गजेन्द्र सिंह सांखला पर भी मंथन किया जा रहा है। हालांकि इस विधानसभा से सीएम के बेटे वैभव के चुनाव लड़ने की चर्चा जोर शोर से है। लेकिन कांग्रेस का यह कदम चुनौतीपूर्ण निर्णय से कम नहीं होगा। पिछले बार भी पैराशूटी उम्मीदवार को उतारकर कार्यकर्ताओं के अन्दुरूनी विरोध को पार्टी झेल चुकी है। इसलिए इस बार पार्टी फूंक फूंककर कद उठा रही है।

इस बार चुनाव होगा थोड़ा अलग
ऐसी बात नहीं कि बीकानेर पूर्व व पश्चिम विधानसभा चुनाव पिछले तीन चुनावों की भांति होगा। इस बार आम आदमी पार्टी व रालोपा चुनाव के समीकरण को प्रभावित करेंगे। जहां बीकानेर पश्चिम से आम आदमी का प्रत्याशी मैदान में होगा। तो बीकानेर पूर्व से भी आम आदमी पार्टी के दावेदारों की फेरिस्त लंबी लग रही है। यहां से अब तक कई युवा नेता जयपुर दिल्ली में आप के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर चुके है। इनमें पार्षद एड मनोज विश्नोई का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है। जो बीकानेर पूर्व से अपनी दावेदारी लगातार जता चुके है। अगर बीकानेर पूर्व से तीन से चार प्रत्याशी चुनाव मैदान में रहते है तो चुनावी रण में परिणाम में बदलाव की स्थिति देखी जा सकती है।