तहलका न्यूज,बीकानेर। अपनी लंबित मांगों को लेकर दो शिक्षक संगठनों की ओर से सरकार के खिलाफ बिगुल बजाया गया है। एक संगठन ने जहां धरना दिया तो दूसरे ने सरकार की सद्बुद्वि के लिये यज्ञ किया। राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के प्रदेशव्यापी आह्वान पर शिक्षकों के स्थानांतरण सहित शिक्षकों की ज्वलंत मांगों को लेकर जिला कलक्टर कार्यालय के सामने शिक्षकों ने धरना देकर विशाल विरोध प्रदर्शन किया। विरोध- प्रदर्शन के बाद जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया। प्रदेश मंत्री श्रवण पुरोहित ने बताया कि प्रदेश की वर्तमान सरकार के कार्यकाल को साढे चार वर्ष का समय हो गया है। शिक्षकों की ज्वलंत मांगों को लेकर संगठन लम्बे समय से आन्दोलन कर रहा है, संगठन ने इस सत्र में भी शिक्षा निदेशालय के सामने महापड़ाव डालकर अपनी मांगों को सरकार के समक्ष रखा। जिस पर हुई समझौता वार्ता को भी अभी तक अमीलीजामा नहीं पहनाया गया है। न तो सरकार ने शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए स्थानांतरण नीति बनाकर शिक्षकों के थानांतरण किए और न ही शिक्षकों की वाजिब मांगों का निराकरण किया है। जिससे प्रदेश के शिक्षकों में सरकार के खिलाफ रोष है। अगर सरकार अब भी हमारी मांगें नहीं मानती है तो 7 से 11 अगस्त तक जयपुर में महापड़ाव डाला जाएगा।
सदबुद्धि यज्ञ
तहलका न्यूज,बीकानेर। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की और से शिक्षको की समस्याओं के निस्तारण करवाने की मांग को लेकर चलाये जा रहे शिक्षा बचाओ सम्पर्क कार्यक्रम अन्तर्गत शुक्रवार को प्रान्त व्यापी आव्हान के तहत 11 सूत्रीय मांगो को लेकर आन्दोलन के पंचम चरण में जिला मुख्यालय बीकानेर पर प्रदेश अतिरिक्त महामंत्री रवि आचार्य व प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश विश्नोई के नेतृत्व में सरकार को जगाने के लिए पंडित राजेन्द्र व्यास पंडित रिषी व्यास ने मंत्रोचार के साथ जिला कलक्टर कार्यालय के समक्ष सदबुद्धि यज्ञ किया जाकर भगवान से प्रार्थना की गयी कि शिक्षकों की मोंगों को पूर्ण करने के लिए सरकार द्वारा किये अपने वचन सरकार को याद आयें।
संगठन के जिलामंत्री नरेन्द्र आचार्य ने बताया कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानान्तरण करने, वेतन विसंगतियों को निवारण करने, विधानसभा के बजट सत्र में की गयी घोषणाओं की कियान्विति हुबहु करवाने सभी सवंग की बकाया डीपीसी करवाने ओपीएस के तहत जीपीएफ खाते खोलने, उपप्राचार्य पद पर 50 प्रतिशत सीधी भर्ती करने, गैर शैक्षणिक कार्यो पर रोक लगाने, एक वर्ष के न्यून परीक्षा परिणाम में शिथिलन देने, खेमराज कमेटी रिपोट अनुसार निर्णय करवाने, शिक्षा बोर्ड का गठन करने अंग्रेजी एवं हिन्दी माध्यम विद्यालयों में विभद नहीं करने बकाया रिक्त पदो को भरने, शारीरिक शिक्षकों के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में व्याख्याता व द्वितीय श्रेणी पद सृजन करने, माध्यमिक शिक्षा में स्टाफिंग पैटर्न लागू करने, नोशनल लाभ प्रकरणो का एक समान निस्तारण करवाने आदि की माँग की गयी।विभाग मंडल संयुक्त मंत्री ओमप्रकाश विश्नोई ने बताया कि प्रान्त व्यापी आयोजन के तहत जिला कलेक्टर कार्यालय से गाँधी पार्क तक शिक्षा बचाओं पदयात्रा के माध्यम से सरकार को सन्देश दिया गया कि शिक्षक सड़कों पर शान्तिपूर्वक धैर्यता के साथ आन्दोलन कर रहे है समय रहते निर्णय नहीं किया तो शिक्षक जयपुर की सडकों पर आन्दोलन करेंगे।
इस अवसर पर शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए संगठन के प्रदेश अतिरिक्त महामंत्री रवि आचार्य ने कहा कि ओपीएस की घोषणा के बाद उसकी कियान्विति नीतिगत नही कर शिक्षकों को उलझा रही है। गत 04 वर्षो से सवादहीनता बनाए जाकर समस्याओं को उलझाए हुई है। शिक्षकों के जीपीएफ खाते नहीं खोलकर राशि मिसलेनियस खाते में पैसा जमा कर रही है जिसका व्यवस्थितिकरण करना बड़ा मुश्किल होगा।
जिलाध्यक्ष मोहनलाल भादू ने कहा कि सरकार ने शिक्षकों से संवाद कर समस्याओं का निस्तारण नहीं किया गया तो जयपुर में 16 अगस्त से 25 अगस्त तक जयपुर में क्रमिक धरना देकर ध्यानाकर्षण किया जायेगा।
पदयात्रा में शिक्षक नीतिगत ओपीएस व्यवस्था लागू करो,शिक्षको के स्थानांतरण पर लगे प्रतिबंध हटाओ, स्थांतरण नियम बनाओ,डीपीसी करो डीपीसी करो,बजट घोषणाओं की क्रियान्विति करो,आदि के नारे लगाते हुए चल रहे थे। प्रदेश पर्यवेक्षक सुरेश व्यास ने कहा कि सरकार आमजन में शिक्षकों के प्रति भ्रम फैलाकर शिक्षकों को बदनाम शिक्षकों को शिक्षण कार्य से विमुक्त कर अनेकानेक कार्यों से जोड़ रही है जिस कारण से शिक्षक विद्यालयों में शिक्षण कार्य से दूर हो गए है जिसका खामियाजा शिक्षक व शिक्षार्थी दोनो भुगत रहे हैसदबुद्धि यज्ञ व शिक्षा बचाओं पदयात्रा में लेखराम गोदारा अनिल सोनी, पर्तुभुज सारस्वत जगदीश मण्डारावर दिनेश आचार्य महेश कुमार, विनोद कुमार सुरेश व्यास, जगदीश मण्डा दानाराम मा चन्द्रकला मादाली सविता कुमारी मजूल हिमा मनोज कुमार शिवकुमार, प्यास मोहनलाल सीवर चम्पालाल सारण, भवरलाल पारीक भवरलाल सियोल भी श्रीराम विक्रम अलसीराम शंकरलाल विनोदाईवान आदि सहित अनेको शिक्षक सम्मिलित रहे