्तहलका न्यूज,बीकानेर। प्रदेश में सत्ता वापसी के लिए जूझ रही भाजपा दो सितंबर सें राज्यव्यापी परिवर्तन यात्रा निकालेगी। इस यात्रा में भाजपा भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, तुष्टिकरण,कानून व्यवस्था और कर्ज माफी पर किसानों को धोखा देने जैसे मुद्दों के जरिए कांग्रेस सरकार को घेरेगी। इतना ही नहीं अगले कुछ महीनों में प्रधानमंत्री मोदी एवं अन्य शीर्ष नेताओं की रैलियों के साथ भाजपा ने अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ माहौल बनाने के लिए परिवर्तन यात्रा की योजना बनाई है। इन यात्राओं के जरिए पार्टी जनता से जुडऩे के साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम करेगी। पिछले चुनावी अभियानों पर नजर डालें तो पाते हैं कि भाजपा जब भी विपक्ष में रही है, उसने परिवर्तन यात्राएं निकाली हैं। इन यात्राओं का उसको चुनावों में फायदा भी मिला है। साल 2003 और 2013 में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राज्यव्यापी परिवर्तन यात्राओं का नेतृत्व किया था और मुख्यमंत्री के रूप में सत्ता में वापसी की थी। हालांकि इस बार परिवर्तन यात्रा का नेतृत्व राजस्थान बीजेपी का सामूहिक नेतृत्व करेगा। मौजूदा वक्त में पार्टी के भीतर कई प्रतिद्वंद्वी खेमों के बीच चल रही खींचतान को देखते हुए पार्टी नेतृत्व ने फैसला किया है कि राजस्थान से किसी भी एक नेता को सीएम चेहरे के रूप में पेश नहीं किया जाएगा। मौजूदा चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर लड़ा जाएगा। सितंबर में चार इलाकों से परिवर्तन यात्राएं निकाली जाएंगी। सभी यात्राएं जयपुर आकर खत्म होंगी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस यात्रा से भाजपा को मदद मिल सकती है जो अब तक कांग्रेस सरकार का आक्रामक तरीके से मुकाबला करने में विफल रही है। विश्लेषक मानते है कि भाजपा के भीतर कई गुट सक्रिय हैं। यह यात्रा चुनाव से पहले पार्टी नेताओं को एकजुट कर सकती है। इस यात्रा से भाजपा को लोगों से जुडऩे और कांग्रेस के खिलाफ माहौल बनाने में भी मदद मिल सकती है। वहीं पार्टी के सूत्रों ने कहा कि पार्टी नेतृत्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुफ्त योजनाओं से चिंतित है। सीएम अपनी योजनाओं को मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं। वह पूरे राज्य का दौरा कर रहे हैं। वहीं भाजपा कांग्रेस सरकार पर दबाव बनाने में विफल रही है। यात्रा के अलावा पार्टी ने झुंझुनू, नागौर और जयपुर में पीएम मोदी की रैलियों की भी योजना बनाई है। बीते नौ महीनों के दौरान मोदी सात बार राज्य का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने पूर्वी राजस्थान, मेवाड़, आदिवासी बेल्ट और उत्तर पश्चिमी राजस्थान को छुआ है। पार्टी ने शेखावाटी बेल्ट में पीएम की रैलियों की योजना बनाई है जो जाट बेल्ट है।