तहलका न्यूज,बीकानेर। शहर के गवर्नमेंट प्रेस रोड स्थित गोपीनाथ जी मंदिर में चल रही खाटूश्याम जी की संगीतमय कथा के पंचम दिन कथा वाचक पूज्य गोवत्स आशीष महाराज ने आज की कथा में श्री खाटूश्याम बाबा मंदिर कैसे बना था और वीर बर्बरीक ने शीश का दान कैसे दिया था एवं वीर बर्बरीक जी से खाटूश्याम जी कैसै बने व वीर बर्बरीक के 14 वर्ष में दांडी मूंछ केसै आये थे उन सभी प्रसंगों की सम्पूर्ण कथा में वर्णन किया आज कथा का विश्राम हुआ समस्त श्याम प्रेमी भक्त़गण द्वारा आयोजन हुआ । संगीतमय श्री खाटूश्याम बाबा चरित्र कथा बीकानेर में दूसरी बार ऐतिहासिक कथा का आयोजन हुआ । आज की कथा में ब्रह्म गायत्री सेवाश्रम सागर बीकानेर के अधिष्ठाता दाताश्री रामेश्वरानंद महाराज कथा स्थल पर पधारें और उनका प्रवचन भी सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ । गोवत्स पं आशुतोष शास्त्री ने बताया की आज कथा में पूज्य गोवत्स आशीष महाराज के माता श्रीमती राजू देवी कथा सुनने पधारें व कथा में यजमान रेणु बाईसा ने स्वागत किया गया । व्यास पीठ पर पहुंचकर आशीष महाराज को आशीर्वाद भी दिया । आज के मुख्य यजमान भवर भाई व सपत्नी रेणबाईसा ने व्यासपीठ का पूजन किया ।गोवत्स पं आशुतोष शास्त्री, संत श्री योगिस्वरूपानन्द भूरमल शास्त्री,पं राहुल शास्त्री द्वारा पूजन सम्पन्न करवाया गया कथा श्रवण के लिए पुरुष व महिला बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे ।