तहलका न्यूज,बीकानेर। जिले के सात विधानसभा सीटों पर धीरे धीरे प्रत्याशियों की घोषणा के साथ अब स्थिति स्पष्ट होने के साथ समीकरण बदलने के संकेत भी मिल रहे है। लगातार कांग्रेस से उपेक्षित चल रहे पूर्व विधायक रेवन्तराम पंवार ने आखिरकार रालोपा की सदस्यता ग्रहण करने के साथ साथ कोलायत से चुनाव भी लड़ेंगे। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने बुधवार को पूर्व विधायक रेवंतराम पंवार को पार्टी ज्वाइन करवाई। पहले कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों से एक-एक बार विधायक रह चुके पंवार ने बीकानेर लोकसभा का चुनाव भी कांग्रेस की टिकट पर लड़ा था लेकिन हार गए। इस दौरान पंवार ने कहा कि दलित होते हुए भी रिजर्व की बजाय सामान्य सीट कोलायत से चुनाव लड़ूंगा। यह मेरा गृह विधानसभा क्षेत्र है। हर हाल में चुनाव जीतूंगा। पूर्व विधायक ने रालोपा की सत्ता संकल्प यात्रा के दौरान रावतसर में पार्टी की सदस्यता ली। रालोपा प्रमुख एवं सांसद हनुमान बेनीवाल ने उन्हें माला पहनाई। इस मौके पर बेनीवाल ने कहा कि रालोपा लोकतांत्रिक भावनाओ में विश्वास रखती है। इसीलिए जनता से जुड़े हुए ऐसे कई जन प्रतिनिधि जिनका भाजपा और कांग्रेस जैसी पार्टियों ने मान-सम्मान नहीं रखा वे रालोपा में आ रहे हैं। आगामी दिनो में भी ऐसे कई नेता पार्टी ज्वाइन करेंगे। सांसद बेनीवाल ने कहा मेघवाल समाज के कद्दावर नेता रेवंत राम पंवार के आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी।

रेवंतराम ने नोखा से तीन चुनाव लड़े दो जीते, कांग्रेस-भाजपा दोनों दलों के विधायक बने।
1993 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस के चुन्नीलाल इंदलिया को हराकर विधायक बने।
1998 में रेवंतराम कांग्रेस में चले गए और भाजपा से गोविंदराम मेघवाल आए। गोविंदराम को हराकर इस बार रेवंतराम कांगेस के विधायक बन गए।
2003 में फिर पाला बदला। इस बार गोविंदराम कांग्रेस में थे और रेवंतराम भाजपा में। किस्मत गोविंदराम के साथ रही और वे चुनाव जीत गए। रेवंतराम हार गये।