तहलका न्यूज,बीकानेर। एक ओर तो जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम सौ दिवसीय कार्ययोजना के तहत वांछितों अपराधियों की धरपकड़ को लेकर मुहिम चला रही है और ई सुनवाई के जरिये थानों में सुनवाई नहीं होने पर कार्रवाई की बात करती है। किन्तु एक पीड़ित पिता पिछले 115 दिनों से सदर थाने के चक्कर दर चक्कर लगा रहे है और उसकी सुनवाई तक नहीं हो रही है। ऐसे आरोपों के बीच आज अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर आत्महत्या करने वाली युवती मुस्कान को न्याय दिलाने की गुहार लगाई। शहर के सदर थाना क्षेत्र में एक युवती के आत्महत्या मामले में पुलिस द्वारा निष्पक्ष जांच नहीं करने तथा नामजद आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर किये गये प्रदर्शन में प्रदर्शन करने वालों का आरोप है कि सदर थाना पुलिस की ओर से दर्ज मामले में तथ्य पूरे उपलब्ध करवाने के बाद भी जांच पड़ताल नहीं की जा रही है और आरोपी खुलेआम घूम रहे है। जांच अधिकारी ने आरोपियों से कोई मोबाइल बरामद कर उसे एफएसएल टीम को भिजवाया है। जो स्पष्ट संकेत करता है कि किसी तरह पुलिस आरोपियों की मदद कर रही है। जबकि युवती के पिता पिछले 115 दिनों से थाने के चक्कर निकाल रहे है। प्रदर्शनकारियों ने दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर भूख हड़ताल की चेतावनी दी है।

मामला यह है:

पुरानी गिन्नाणी कोरियो के मोहल्ले में रहने वाली मुस्कान की मौत 31 अक्टूबर 2023 को फांसी लगने से हुई थी। आत्महत्या का केस बताया गया। परिजनों का कहना है, फटा हुआ सुसाइड नोट पुलिस को दिया था। मृतका का मोबाइल भी पुलिस ने एफएसएल जांच के लिए जयपुर भेजा। कुछ युवकों पर उसकी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया था लेकिन 115 दिन बीत जाने पर भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। मृतका के परिजनों ने मोबाइल चैट भी पुलिस को उपलब्ध करवाई है।