तहलका न्यूज,बीकानेर। शब्दमय रंग संस्थान द्वारा आयोजित कला श्रृंखला 12 कविता संघ कला की जुगलबंदी के नवाचार के तहत आज राजस्थानी के वरिष्ठ कवि कमल रंगा की कविता “अंतस दिवळै नैं उजाळां “पर केंद्रित शब्दों को रंगों और कुंजी के माध्यम से चित्रकार राम कुमार भादाणी ने कविता के वाचन के साथ-साथ कैनवास पर रंग संयोजन के द्वारा पेंटिंग के रूप में उतारा गया।यह कार्यक्रम बीकानेर के वरिष्ठ चित्रकार हरिगोपाल सन्नू हर्ष के मार्गदर्शन व निर्देशन में किया गया।कार्यक्रम में सहयोगी के रूप में चित्रकार धर्म स्वामी रहे जिन्होंने बताया कि रंगों के द्वारा कविता के मर्म की गहराइयों को समझते हुए चित्रकार भादाणी ने एकरलिक रंगों का उपयोग करते हुवे टेक्चर के माध्यम से इस कलात्मक को मनोरम पेंटिंग के रूप में तैयार किया गया।जिसे देखकर कविता और कला के साथ रंगों की जुगलबंदी ने उपस्थित सभी का मन मोह लिया।संस्थान में कामिनी हर्ष ने आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।