तहलका न्यूज,बीकानेर। सरकारी सिस्टम किस कदर काम करता है। इसकी बानगी सोमवार शाम को देखने को मिली जब शहर के व्यस्तम इलाके बैदों के पिरोल में एक जर्जर मकान जमीदोज हो गया। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। बताया जा रहा है कि इस मकान को गिराने के लिये निगम को अनेक बार क्षेत्रवासियों ने शिकायती पत्र भी दिया। जिसके बाद निगम ने नोटिस चस्पा कर इतिश्री कर ली। इसके उपरान्त निगम की प्रशासक व जिला कलक्टर को भी विगत दिनों अवगत कराया गया। उसके बाद भी प्रशाासक की ओर से इस ओर गंभीरता नहीं दिखाई गई। परिणाम स्वरूप सोमवार को यह जर्जर मकान धमधमाकर नीचे गिर गया। जर्जर मकान गिरने से एक बारगी बैदों की पिरोल में अफरा तफरी मच गई। सूचना के बाद एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और यहां आवागमन बंद किया।
बैद परिवार रहता है बीकानेर से बाहर
जानकारी मिली है कि यह मकान बैद परिवार का है। अनिल बैद व विजय सिंह बैद सहित उनके भाईयों का यह मकान है। यह बैद परिवार के लोग दिल्ली,मुबंई व अन्य महानगरों में रहते है। जर्जर मकान की शिकायत स्थानीय वासियों की ओर से 22 सितम्बर को निगम आयुक्त को की गई। जिसके बाद निगम ने केवल इस पर नोटिस चस्पा कर दिया था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि निगम की टीम अनेक बार आई। लेकिन इस मकान को गिराएं बिना ही चली जाती थी। लोगों का कहना है कि इसी माह जिला कलक्टर व निगम प्रशाासक नम्रता वृष्णि को भी इस बारे में एक ज्ञापन दिया था। परन्तु उन्होंने भी निगम आयुक्त को पत्र फारवर्ड कर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो गई। कभी भी जिले के मौजिज अधिकारियों ने इसको लेकर गंभीरता नहीं दिखाई। केवल समीक्षा बैठकों में जिले की मुख्या के सामने जो अधिकारी पेश करते वे स्वयं उन पर विश्वास कर लेती। कभी भी उनको मूल्यांकन नहीं करती।
शुरू हुआ रेस्क्यू
बीकानेर के बेदों की पिरोल में गिरे जर्जर मकान के बाद हरकत में आये प्रशासन ने एसडीआरएफ की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है। बताया जा रहा है कि निगम के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे है और वे गिरे हुए मकान में जेसीबी और अन्य मशीनों के जरिये यह पता लगाने का प्रयास कर रहे है कि गिरे हुए मकान के नीचे कोई दबा तो नहीं है।
बीकानेर तहलका ने पूर्व मेें ही खबर प्रकाशित कर चेताया
बैदों की पिरोल में जर्जर मकान को लेकर बीकानेर तहलका न्यूज ने नवम्बर में ही खबर प्रकाशित कर जिला प्रशासन को इसके गिरने और हादसे की आशंका को लेकर चेताया था। उसके बाद भी प्रशासन ने कभी गंभीरता नहीं दिखाई। जिसका परिणाम सामने है कि सोमवार को एक बड़ा हादसा टल गया। हालांकि प्रशासन को संदेह है कि मलबे में कोई दबा न हो। इसको लेकर रेस्क्यू किया जा रहा है।