तहलका न्यूज,बीकानेर। नए कार्यों के साथ साथ पुराने कार्यों पर जीएसटी लगाए जाने से आक्रोशित निर्माण क ार्यों सहित विभिन्न प्रकार के कार्य करने वाले ठेकेदारों ने सोमवार को सानिवि विभाग के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया। ऑल राजस्थान कॉन्ट्रेक्टर एसोसिएशन के बैनर तले दिए धरने पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए ठेकेदारों ने कहा कि सरकार द्वारा एक देश.एक कर की बात कही जा रही है लेकिन उस व्यवस्था को कायम नहीं कर पा रही है। मध्यप्रदेश, तमिलनाडू राज्यों रेलवे बरसिंहसर परियोजना में चल रहे निर्माण कार्यों में जीएसटी का कोई प्रावधान नहीं है तो फिर राजस्थान में ऐसा क्यों। सरकार ऐसा कर ठेकेदारों के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपना रही है। वरिष्ठ सदस्य उमाशंकर आचार्य ने कहा कि अगर सरकार ने मांग नही मानी तोन सिर्फ गौरवपथ सहित आने वाली सभी निविदाओं का बहिष्कार होगा। बल्कि पुराने कार्य भी बीच में बन्द करवाए जाएंगे। एसोसिएशन के नंदलाल ने बताया कि जी एसटी के अंतर्गत 30 जून 2017 से पहले शुरू हुए निर्माण कार्यों का भुगतान जीएसटी लगने के उपरांत किया जा रहा है जिसके अंतर्गत जीएसटी के तहत टैक्स काटा जा रहा है। इससे ठेकेदारों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। धरने पर इस्माईल खान, भ ंवरलाल, मदन लाल सहित अनेक ठेकेदार शामिल थे। ठेकेदारों का कहना है कि इससे ठेकेदारों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है, जबकि जीएसटी लागू होने से पूर्व महज तीन प्रतिशत तक टैक्स काटने का प्रावधान था। परन्तु अब सरकार पुराने कामों पर भी 12 से 18 प्रतिशत जीएसटी लगाकर ठेकेदारों को नुकसान पहुंचा रही है। उन्होंने कहा की मध्यप्रदेश, तमिलनाडू राज्यों व रेलवे व बरसिंहसर परियोजना में चल रहे निर्माण कार्यों में जीएसटी का कोई प्रावधान नहीं है,तो फिर राजस्थान में ऐसा क्यों? सरकार ऐसा कर ठेकेदारों के साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपना रही है। जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।