तहलका न्यूज,बीकानेर। प्रदेश के एकमात्र आवासीय खेल विद्यालय सादुल स्पोट्र्स स्कूल की व्यवस्थाओं में जारी अव्यवस्था और शिक्षा विभाग की लापरवाही के खिलाफ पूर्व और वर्तमान खिलाडिय़ों ने मोर्चा खोलते हुए 6 सूत्री मांगों के निस्तारण नहीं होने पर भूख हड़ताल शुरू की है। क्रीडा भारती के बैनर तले शुरू हुए इस आन्दोलन में दो उपाध्यक्ष दानवीर सिंह भाटी व भैरूरतन ओझा भूख हड़ताल पर बैठें। अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि यह कदम शिक्षा विभाग की आंखें खोलने और खिलाडिय़ों के अधिकारों की रक्षा के लिए उठाया गया है।अब लड़ाई आर पार की होगी। हमारी लड़ाई शिक्षा विभाग की उदासीनता के खिलाफ है। हम पिछले 5 साल से सरकार व विभाग से गुहार लगा रहे है। किन्तु स्पोटर््स स्कूल की अव्यवस्थाओं की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। आन्दोलनकारियों का आरोप है कि सादुल स्पोर्ट्स स्कूल राजस्थान के खेल प्रतिभाओं का केंद्र माना जाता है। आज अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। 17 सालों से खिलाडिय़ों की डाइट मनी में एक रुपये की भी बढ़ोतरी नहीं हुई है।महज 100 रूपये की डाइट मनी में क्या एक खिलाड़ी की जरूरतें पूरी हो सकती हैं? यह शिक्षा विभाग की उदासीनता का सबसे बड़ा सबूत है। यह भूख हड़ताल केवल एक आंदोलन नहीं,बल्कि खिलाडिय़ों के हक की लड़ाई है। जब तक स्कूल का विकास नहीं होता तब तक आन्दोलन जारी रहेगा। अनिश्चितकालीन धरने व भूख हड़ताल को करण प्रताप सिंह सिसोदिया,महेन्द्र व्यास,नरेन्द्र सिंह स्याणी सहित बड़ी संख्या में खिलाड़ी व पूर्व खिलाड़ी शामिल रहे।
ये है मांगे
1. बच्चों की डाइट मनी 100 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये प्रति खिलाडि़ करना ।
2. प्रशिक्षक और सहायक प्रशिक्षकों के खाली पदों पर एनआईएस डिप्लोमाधारी प्रशिक्षकों की नियुक्ति करना ।
3. वर्षों से बंद पड़ी डिस्पेंसरी और स्विमिंग पूल को शुरू करना।
4. खाना बनाने के लिए 5 स्थाई कुक की नियुक्ति।
5. खेल उपकरणों के बजट को 2 लाख से बढ़ाकर 10 लाख करना।
6. खेल मैदानों और हॉस्टलों की बुनियादी सुविधाओं का सुधार (कूलर, गीजर आदि)।