तहलका न्यूज,बीकानेर। विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की समन्वय बैठक गुरुवार को बीकानेर में हो रही है। रानीबाजार औद्योगिक क्षेत्र में स्थित रिद्धि सिद्धि भवन में जारी बैठक में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री और राजस्थान भाजपा के चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी व केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल बीकानेर पहुंचे। वहीं, संघ के पदाधिकारियों के साथ ही प्रमुख भाजपा नेता और विधायक भी इस बैठक में शामिल हुए।

जल्द आएगी दूसरी सूची
मीडिया से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि आज की बैठक में कई दूसरे मुद्दों पर चर्चा होगी, लेकिन टिकट को लेकर कोई चर्चा नहीं होगी. उन्होंने कहा कि टिकटों को लेकर दिल्ली में ही चर्चा होगी और जल्द ही भाजपा की दूसरी सूची भी जारी की जाएगी. केंद्रीय मंत्री जोशी ने कहा कि बीकानेर की जमीन में मिनरल खूब है।

पोटाश खनन को लेकर हुआ नीतिगत निर्णय
बीकानेर में पोटाश खनन को लेकर एक नीतिगत निर्णय हुआ है और आने वाले समय में इसका लाभ बीकानेर को होगा,हालांकि चुनावी आचार संहिता के चलते अभी कुछ बोल नहीं सकते हैं। इस बीच रानी बाजार में जिस भवन में बैठक हो रही है,उसके बाहर बड़ी संख्या में अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र के दावेदार और समर्थक भी नजर आए। वहीं, बीकानेर में हो रही इस बैठक को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। भाजपा और आरएसएस की इस बैठक के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।

ये हुए बैठक में शामिल
बैठक में प्रदेश चुनाव सह प्रभारी कुलदीप विश्नोई,प्रवासी असीम गोयल,संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर,संभाग प्रभारी सी आर चौधरी,सह प्रभारी श्रवण सिंह बगड़ी,जोगेन्द्र सिंह राजपुरोहित,प्रदेश मंत्री प्रियंका बालान,ओबीसी मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष चम्पालाल गेदर,जिलाध्यक्ष विजय आचार्य,देहात अध्यक्ष जालमसिंह भाटी सहित तीनों जिलों के जिलाध्यक्ष भी शामिल रहे।

बैठक स्थल के बाहर जुटे दावेदारों के समर्थक
पहली सूची में उपजे विरोध के बाद भाजपा अपनी दूसरी सूची जारी करने से पहले फूंकफूंक कर कदम रख रही है। जिसके चलते आज बीकानेर में भाजपा व आरएसएस की समन्वयक बैठक स्थल के बाहर जमा हुए दावेदारों व उनके समर्थकों को समझाइश करने के लिये संभाग प्रभारी सी आर चौधरी बैठक को बीच छोड़कर बाहर आएं। खाजूवाला व लूणकरणसर क्षेत्र से पहुंचे इन दावेदारों के समर्थकों के हाथों अपने चेहतों के बैनर थे। जो उन्हें टिकट देने की मांग कर रहे थे। बताया जा रहा है कि सी आर चौधरी ने उन्हें उनकी भावनाएं केन्द्रीय नेतृत्व तक पहुंचाने की बात कही।